अयोध्या : हड्डी रोग विशेषज्ञ देख रहे खांसी-जुकाम के मरीज
सोहावल सीएचसी में चिकित्सकों का टोटा, दोपहर ढाई बजे के बाद सभी की कुर्सी हो जाती है खाली
अमृत विचार, सोहावल/ अयोध्या। दशकों पहले पीएचसी से सीएचसी का दर्जा लेकर मरीजों को स्वास्थ्य सेवा दे रहे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सोहावल में चिकित्सकों का भारी टोटा है। यहां कभी मानक के हिसाब से विशेषज्ञ चिकित्सकों की नियुक्ति नहीं हुई। कभी-कभी एक चिकित्सक व फार्मासिस्ट ही मरीजों के देखने व दवा देने का काम करते नजर आते हैं। नतीजा सर्दियों में सुबह 10 से चार बजे तक चलने वाली सीएचसी में तीन बजते-बजते सभी कक्षों में ताला लटकने लगता है।
मंगलवार को सीएचसी में दोपहर तीन बजे से ठीक पहले कुछ ऐसा ही देखने को मिला। प्रभारी से लेकर सभी चिकित्सकों के कक्ष में कुर्सियां खाली मिलीं। कुछ के कक्ष में ताला लग चुका था। मरीज इलाज के लिए भटकते दिखाई दिए। एकमात्र आर्थो के चिकित्सक आमिर अतीक हर रोग के चिकित्सक बनकर मरीजों को देखते रहे। मरीज माताफेर निवासी बरौली ने कहा कि खांसी और जुकाम से पीड़ित हूं।
बुखार की दवा देकर सीरप बाहर से लेने को डॉक्टर ने कहा है। महिला मरीज क्षतीजुल सुचित्तागंज व अशोक कुमार हाजीपुर अपनों को दिखाने लाये थे। कहा कोई है ही नहीं जो देख सके। केवल हड्डी के डॉक्टर बैठे हैं। इस संबंध में कुछ देर बाद अपने आवास से लौटे सीएचसी प्रभारी डॉ. प्रदीप ने बताया कि बोर्ड पर दर्ज नौ में से पांच चिकित्सक मेरे सहित सेवारत हैं। शेष अन्यत्र सम्बद्ध हैं। इनमे डॉ. जया सिंह, आमिर अतीक, अक्सार अली और उमेश चंद तिवारी शामिल हैं। जो दवाएं शासन से मिलती हैं वही दी जाती हैं। एक्सरे टेक्नीशियन की नियुक्ति वर्षों से है, लेकिन मशीन अभी नही लग पाई है। प्रस्ताव भेजा जा रहा है।
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