कोल्हापुर: एसजेएम ने निकाला मौन जुलूस, 'सम्मद शिखरजी' पर्यटक का दर्जा के फैसले पर जताया एतराज 

Amrit Vichar Network
Published By Om Parkash chaubey
On

 कोल्हापुर। महाराष्ट्र में कोल्हापुर जिला के सकल जैन समाज (एसजेएम) ने झारखंड राज्य सरकार द्वारा 'सम्मद शिखरजी' पर्यटक का दर्जा देने के फैसले पर एतराज जताया है और इसके विरोध में मंगलवार को अपराह्न में ऐतिहासिक दशहरा चौक से विशाल 'मौन ' जुलूस निकाला। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि झारखंड सरकार के फैसले ने 'सम्मद शिखरजी की पवित्रता को खतरे में डाल दिया है।

ये भी पढ़ें - भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक 16-17 जनवरी को दिल्ली में

'परमपूज्य स्वास्थश्री लक्ष्मी भट्टिवाले पट्टाचार्य महास्वामी' और परमपूज्य जिनसेन महास्वामी' के नेतृत्व में आयोजित मौन जुलूस में जिले के सभी हिस्सों से हजारों की संख्या में जैन समुदाय के लोग ऐतिहासिक दशहरा चौक पर एकत्रित हुए और जिला कलेक्टर के समक्ष अपना 'महामुख मोर्चा' शुरू किया।

एसजेएम ने एक प्रेस बयान में कहा, "सम्मद शिखरजी' को पर्यटन स्थल का दर्जा देने से जैन समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंची है। सम्मेद शिखरजी, जैन समुदाय का पवित्र स्थान होने के कारण इसकी पवित्रता खतरे में है, जहाँ जैन लोग कुल 28 किमी पैदल चलकर जाते हैं, जबकि 24 में से 20 तीर्थकार इस पवित्र स्थान से होकर मोक्ष मार्ग पर गए थे।

उन्होंने कहा कि झारखंड सरकार को चाहिए कि वह जैन समुदाय के इस पवित्र स्थान (जो जैन समुदाय की मोक्ष भूमि का सर्वोच्च स्थान है) को पर्यटन स्थल का दर्जा देने के बजाय 'सम्मद शिखरजी' को तीर्थस्थल घोषित करे। जुलूस के ताराबाई पार्क क्षेत्र में जिला कलेक्टर कार्यालय पहुंचने के बाद एसजेएम प्रतिनिधिमंडल ने जिला कलेक्टर से मुलाकात कर अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपा।

ये भी पढ़ें - कंझावला कांड: नयी सीसीटीवी फुटेज में पीड़िता होटल के बाहर महिला से झगड़ते दिखी

संबंधित समाचार