26 जनवरी : बांग्लादेश के सीमा रक्षकों को दिए तोहफे और पाकिस्तानी रेंजर्स को खिलाई मिठाइयां, BSF के जवानों ने सरहद पर फहराया तिरंगा

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Published By Vishal Singh
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अमृतसर। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 74वें गणतंत्र दिवस के मौके पर गुरुवार को कर्तव्य पथ पर तिरंगा फहराया। राष्ट्रीय ध्वज फहराए जाने के बाद 21 तोपों की सलामी दी गई और गणतंत्र दिवस परेड की शुरुआत हो गई है। इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित कर शहीदों को श्रद्धांजलि दी थी। लेफ्टिनेंट कमांडर दिशा अमृत के नेतृत्व में 144 युवा नाविकों की नौसेना टुकड़ी ने आकस्मिक कमांडर के रूप में कर्तव्य पथ पर मार्च किया।

इतिहास में पहली बार मार्च करने वाली टुकड़ी में 3 महिलाएं और 6 पुरुष अग्निवीर शामिल हैं। 27 वायु रक्षा मिसाइल रेजिमेंट की आकाश मिसाइल सिस्टम, 'अमृतसर एयरफील्ड' का नेतृत्व कैप्टन सुनील दशरथ और 512 लाइट एडी मिसाइल रेजिमेंट (एसपी) की लेफ्टिनेंट चेतना शर्मा कर रही हैं। 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 74वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर गुरुवार को शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की और दो मिनट का मौन रखा। इस दौरान पीएम के साथ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, थल सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे, भारतीय नौसेना प्रमुख एडमिरल आर. हरि कुमार व भारतीय वायु सेना प्रमुख वी.आर. चौधरी भी मौजूद रहे। कर्तव्य पथ पर राष्ट्रगान के साथ गणतंत्र दिवस 2023 परेड का समापन हुआ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गणतंत्र दिवस समारोह के समापन के बाद लोगों का अभिवादन किया।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और गणतंत्र दिवस परेड के मुख्य अतिथि मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी कर्तव्य पथ से राष्ट्रपति भवन के लिए रवाना हुए। 74वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर फुलबाड़ी में भारत-बांग्लादेश सीमा पर BSF ने बांग्लादेश के सीमा रक्षकों (BGB) के साथ तोहफा का आदान-प्रदान किया। 74वें गणतंत्र दिवस पर अटारी-वाघा सीमा पर BSF और पाकिस्तानी रेंजर्स ने मिठाइयों का आदान-प्रदान किया। 74वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर डीआईजी बीएसएफ संजय गौड़ ने अटारी-वाघा सीमा पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया।  

डीआईजी बीएसएफ संजय गौड़ ने कहा, आज इस अवसर पर मैं सभी देशवासियों को विश्वास दिलाना चाहता हूं कि हम देश की अखंडता को बरकरार रखेंगे और हम भारत की प्रथम सीमा पंक्ति होने के कारण आप सभी अपने घर और कार्यस्थल पर काम कीजिए और देश के प्रकृति में अपना सहयोग दें।

पंजाब के अटारी बॉर्डर पर 74वां गणतंत्र दिवस मनाया गया। सुबह बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (BSF) के जवान अटारी सरहद पर बनी गैलरी में पहुंचे और तिरंगा फहराने की रस्म को अदा किया है। दोपहर पाकिस्तान रेंजर्स की तरफ से BSF को गणतंत्र दिवस की बधाई भी दी गई। जिसमें दोनों देश एक दूसरे को मिठाई भेंट कर भाईचारे का संदेश दिया।

सुबह BSF के जवान व अधिकारी अटारी सीमा पर पहुंचे। 74वें गणतंत्र दिवस पर तिरंगे को फहराया गया और राष्ट्रगान हुआ। जिसके बाद शहीदों को नमन किया गया। BSF के अधिकारियों ने सरहद से देश को इस पर्व की शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि गणतंत्र दिवस सिर्फ हमारे लिए पर्व ही नहीं, स्वाभिमान है।

उन्होंने कहा कि देश के शहीदों के बलिदान के बाद 15 अगस्त 1947 को आजादी मिली थी और 26 जनवरी को हमें अपना संविधान मिला। जिसके बाद भारत पूर्ण रूप से गणतंत्र बना। हमारे शहीदों के द्वारा जो शहीदी दी गई, उसके बाद ही भारत को पूर्ण स्वराज मिला। उनके कारण ही आज पूरा देश स्वतंत्र जी रहे हैं। हम एक गणतंत्र देश के नागरिक हैं, इसलिए हमारा कर्तव्य है कि हम सभी देश के लिए जो भी हो सकें, आगे आकर करें।

अटारी बॉर्डर पर दोपहर भारत-पाकिस्तान सीमा पर गेटों को खोला गया। जिसके बाद BSF और पाक रेंजर्स के जवान सरहद पर एकत्रित होंगे। इस मौके पर पाकिस्तान रेंजर्स की तरफ से BSF जवानों को गणतंत्र दिवस पर बधाई दी गई। दोनों देश के जवानों ने एक दूसरे को मिठाई देकर शुभकामनाएं दी।

अमृतसर के गांधी ग्राउंड में भी जिला स्तरीय 74वां गणतंत्र दिवस मनाया गया। पंजाब के फाइनेंस मिनिस्टर यहां हरपाल चीमा मुख्यातिथि के रूप में पहुंचे हैं। पंजाब पुलिस के जवानों की तरफ से उन्हें सलामी दी जा रही है। अमृतसर के गांधी ग्राउंड में तिरंगा फहराने की रस्म को पूरा किया।

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