सरकार ने आदिवासी गौरव के लिए अभूतपूर्व फैसले किए हैं: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू

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Published By Moazzam Beg
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नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने आदिवासी लोगों के कल्याण के लिए शुरू की गई विभिन्न योजनाओं को रेखांकित करते हुए मंगलवार को कहा कि सरकार ने उनके गौरव के लिए अभूतपूर्व फैसले किए हैं। उन्होंने बजट सत्र के प्रथम दिन संसद के दोनों सदनों के सदस्यों को संबोधित करते हुए कहा, मेरी सरकार ने अनुसूचित जाति, जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग की आकांक्षा को जगाया है। ये वही वर्ग हैं जो विकास के लाभ से सबसे अधिक वंचित थे। अब जब मूल सुविधाएं इस वर्ग तक पहुंच रही हैं, तब ये लोग नए सपने देखने में सक्षम हो पा रहे हैं। 

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आदिवासी गौरव के लिए तो मेरी सरकार ने अभूतपूर्व फैसले किए हैं। अनुसूचित जाति के सामाजिक-आर्थिक सशक्तिकरण के लिए डॉक्टर आंबेडकर उत्सव धाम, अमृत जलधारा और युवा उद्यमी योजना जैसे शुरु किए गए कार्यक्रमों का जिक्र करते हुए मुर्मू ने संसद के केंद्रीय कक्ष में अपने अभिभाषण में कहा, पहली बार देश ने भगवान बिरसा मुंडा के जन्म दिवस को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाना शुरु किया।

हाल में ही मानगढ़ धाम में सरकार ने आदिवासी क्रांतिवीरों को पहली बार राष्ट्रीय स्तर पर श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि 36 हज़ार से अधिक आदिवासी बहुल गांवों को प्रधानमंत्री आदि आदर्श ग्राम योजना के तहत विकसित किया जा रहा है और देश में 400 से अधिक एकलव्य मॉडल स्कूल आदिवासी क्षेत्रों में खुल चुके हैं। उन्होंने कहा कि देशभर में 3000 से अधिक वन-धन विकास केंद्र आजीविका के नए साधन बने हैं। 

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