Kanpur: मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह समारोह में ठगी का मामला आया सामने, दुल्हन करती रही इंतजार, दूल्हे ने शादी से किया इंकार

Amrit Vichar Network
Published By Kanpur Digital
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कानपुर में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह समारोह में ठगी का मामला सामने आया।

कानपुर में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह समारोह में ठगी का मामला सामने आया। यहां दो दुल्हन दूल्हे का इंतजार करती रही और दूल्हे ने शादी से इंकार कर दिया।

कानपुर, अमृत विचार। मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह में शादी कराने पहुंची दुल्हन मंडप में दूल्हे का इंतजार करती रही, लेकिन वह नहीं पहुंचा। लड़की के घर वालों ने उससे संपर्क किया तो दूल्हे ने शादी करने से ही इंकार कर दिया। इसके बाद दुल्हन रोते हुए परिवार के साथ घर लौट गई। इसी तरह एक जोड़ा फेरे लेने समारोह में पहुंचा तो उन्हें पता चला कि उनका नाम शादी करने वाले जोड़ों की लिस्ट में नहीं है। दूल्हे को बाद में पता चला कि एक संस्था ने शादी कराने के नाम से उनसे ठगी की है। खुद को ठगे जाने के बाद दूल्हे ने नगर निगम व पुलिस से शिकायत की है।  

केस- एक

दूल्हा बारात लेकर नहीं पहुंचा पंडाल

मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह समारोह में ढकनापुरवा निवासी रोशनी पिता सुरेश कुमार अपने परिवार के साथ शादी करने मोतीझील के लिए पहुंची थी। उन्होंने नगर निगम से उपहार भी ले लिए। रश्म शुरू होने के बाद भी जब दूल्हा नहीं आया तो परिवार से संपर्क किया गया। जहां शुक्लागंज के कंचनपुरवा निवासी दूल्हे दीपक कुमार ने शादी करने से इंकार कर दिया। रोशनी के भाई बाबू कुमार ने बताया कि छह महीने पहले रिश्ता तय हुआ था, लेकिन मौके पर दीपक ने शादी करने से इंकार कर दिया। रोशनी ने शादी का सारा समान नगर निगम को वापस कर लौट गए।

केस- दो

एक संस्था ने लिए थे आकाश से पैसे 

सनिगवां के कांशीराम कॉलोनी निवासी तनु पिता राजू रिश्तेदारों के साथ मोतीझील लॉन में सामूहिक विवाह समारोह में शादी करने पहुंचे थे। कर्नलगंज निवासी होने वाले पति आकाश तिवारी भी उन लोगों के साथ थे। शादी समारोह के पंडाल में पहुंचकर पता चला कि उनका नाम लिस्ट में ही नहीं है। आकाश ने बताया कि एक संस्था ने उनका विवाह कराने के नाम पर छह हजार रुपये लिए थे, लेकिन अब वो व्यक्ति गायब है। उसका मोबाइल नंबर भी ऑफ है। परेशान होकर आकाश ने इसकी शिकायत पुलिस और अपर नगर आयुक्त जगदीश यादव से की है। आकाश ने बताया कि हम दोनों ही परिवार आर्थिक रूप से कमजोर हैं। इसलिए सामूहिक विवाह में शादी करने आए थे। मेरे साथ टप्पेबाजी हुई है।

चर्चा का विषय बनी मूक बधिर जोड़े की शादी

शादी समारोह में मूक बाधिर दूल्हा विपिन और दुल्हन रोशनी दोनों ने एक दूसरे का हांथ थामा। बर्रा-7 निवासी दूल्हा विपिन कुमार अपने पिता रामबाबू वर्मा और अन्य रिश्तेदारों के साथ शादी सामूहिक विवाह समारोह में पहुंचे थे। पिता रामबाबू ने बताया कि दस साल से लड़के के लिए दुल्हन तलाश रहे थे। करीब दो महीने पहले स्वरूप नगर छोटी गुटैया निवासी रोशनी के बारे में पता चला। दोनों मूक-बधिर थे, ऐसे में दोनों परिवार शादी के लिए राजी हो गए। बेटा सिलाई का काम करता है। यह शादी पांडाल में चर्चा का विषय बनी रही।

एक पंडाल के नीचे हुइ शादी और निकाह 

मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह की नोडल अधिकारी और अपर नगर आयुक्त रोली गुप्ता ने बताया कि नगर आयुक्त शिवशरनप्पा जीएन के मार्गदर्शन से सामूहिक विवाह सकुशल सम्पन्न हुआ। जिसमें 72 हिन्दू जोड़े और चार मुस्लिम जोड़े सम्मिलित हुए। जोड़े हेतु अलग-अलग वेदी बनाई गई। जिसमें पांच पंडितों द्वारा पूरी विधि से शादी कराई गई। वहीं, मुस्लिम जोड़े के लिए 4 मौलवियों द्वारा निकाह पढ़ाया गया। नगर निगम द्वारा सामूहिक विवाह में जनप्रतिनिधि विधान परिषद सदस्य अरुण पाठक, विधायक सुरेंद्र मैथानी, एमएलसी सलिल विश्नोई, सुरेश अवस्थी, दक्षिण जिलाध्यक्ष वीना आर्या पटेल, विधायक महेश त्रिवेदी समेत नगर निगम व प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे।

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