बरेली: विश्व के टीबी मरीजों का चौथाई हिस्सा भारत में, 21वीं सदी की सबसे गंभीर बीमारी

बरेली: विश्व के टीबी मरीजों का चौथाई हिस्सा भारत में, 21वीं सदी की सबसे गंभीर बीमारी

बरेली, अमृत विचार। क्षय रोग (टीबी) एक गम्भीर बीमारी है जो कि लम्बे समय से जन सामान्य की स्वास्थ्य समस्या बनी हुई है। यह बीमारी 21वीं सदी के लिए भी एक गम्भीर चुनौती है। विश्व के टीबी मरीजों की जनसंख्या को एक चौथाई हिस्सा भारत में पाया जाता है तथा भारत के टीबी मरीजों की संख्या का पांचवा भाग उत्तर प्रदेश राज्य में है। यह जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ बलबीर सिंह ने विश्व क्षय रोग दिवस की पूर्व संध्या पर गुरुवार को पत्रकार वार्ता में दी। पत्रकार वाली का आयोजन टीबी अस्पताल में किया गया।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि प्रधानमंत्री भारत सरकार द्वारा वर्ष 2025 तक टी०बी० उन्मूलन का लक्ष्य दिया गया है। प्रधानमंत्री द्वारा दिनांक 24 मार्च, 2023 को विश्व क्षय रोग दिवस के अवसर पर विश्व स्तरीय कॉन्फ्रेन्स को सम्बोधित किया गया। जिसका लाईव प्रसारण जिला क्षय रोग केन्द्र बरेली पर किया गया। इसमें 30 देशों के 500 से अधिक प्रतिभागियों द्वारा प्रतिभाग किया। 

जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. के के जोशी ने बताया कि विश्व क्षय रोग दिवस पर विधायक बिथरी चैनपुर डा. राघवेन्द्र शर्मा की अध्यक्षता में गोष्ठी एवं क्षय रोगियों को पोषण आहार वितरण का आयोजन किया आयेगा। डॉक्टर जोशी ने बताया कि जनपद बरेली में वर्ष 2021 में 18048 तथा वर्ष 2022 में 16103 क्षय रोगियों को मोफिाई किया गया एवम् वर्ष 2023 में आज दिनांक तक 3237 क्षय रोगियों को नोटिफाई किया जा चुका है। जनपद में 27 टीयू एवं 51 डीएमसी कार्य कर रही हैं। 

जनपद में वर्ष 2022 में 3306 रोगियों को विभिन्न संस्थाओं द्वारा गोद दिलाया गया था। वर्ष 2023 में अब तक 200 रोगियों को विभिन्न संस्थाओं द्वारा को दिया जा चुका है। इस कार्य में सहयोग करने के लिए वर्तमान में जनपद में 349 निक्षय मित्र रजिस्टर्ड है सरकारी और गैर सरकारी अस्पताल क्लीनिक में लगभग 7000 मरीजों का इलाज चल रहा है। जनपद में 13 टीबी चैंपियन लोगों को टीवी के प्रति जागरुक करने का कार्य कर रहे हैं। इन तीन विभागों का भी लिया जायेगा सहयोग 1

जिला पीपीएम समन्वयक विजय कुमार ने बताया कि क्षय रोग का जल्द से जल्द उन्मूलन करने के लिए इस कार्यक्रम में 3 विभागों बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग, पंचायती राज विभाग और स्वयं सहायता समूह (एनआरएलएम) को  भी जोड़ा जा रहा है। उन्होंने बताया कि बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग द्वारा हर महीने 6 साल के छोटे बच्चे को आंगनबाड़ी केंद्र द्वारा पोषण आहार दिया जाएगा। पंचायती राज विभाग द्वारा टीबी मुक्त पंचायत करने में सहयोग करना है। इसके अलावा हर-हर पर ब्लॉक से 2 स्वयं सहायता समूह को जोड़ा जाएगा जो कि निश्चय मित्र द्वारा पोषण आहार के लिए 650 स्वयं सहायता समूह को देंगे। जिसके बाद स्वयं सहायता समूह पोषण पोटली बनाकर देंगे एवं उनके घर तक पहुंचाने के लिए उसे ₹100 प्रति मरीज दिया जाएगा।

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