रामनगर: दस मई को जुलूस के साथ पालिका के घेराव का एलान
रामनगर, अमृत विचार। नगरपालिका सीमा विस्तार का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। ग्रामीण इलाकों में पालिका के निर्णय के खिलाफ आवाज मुखर होने लगी है।
उत्तराखंड जन अधिकार संगठन ने कानियां, गोजानी, चोर पानी, शिवलालपुर आदि गांव को नगर पालिका में सम्मिलित किए जाने के विरोध में कानिया में शुक्रवार को बैठक आहूत की। जिसमें गांव के दर्जनों लोग सम्मिलित हुए और एक सुर में रामनगर नगर पालिका में सम्मिलित किए जाने का विरोध किया।
वक्ताओं ने कहा कि गांव का परिवेश अलग तरह का होता है जो गांव को शहर से अलग करता लेकिन जबरदस्ती किसी भी गांव को शहर में नहीं डाला जाना चाहिए। बैठक में इस बात को तय किया गया 10 मई को नगरपालिका का घेराव किया जाएगा। घेराव के लिए गांव-गांव जाकर तैयारी की जाएगी और कानियां चौराहे से एक जुलूस के रूप में रामनगर नगरपालिका तक जाएंगे।
जन अधिकार मंच ने आरोप लगाया कि पालिका प्रशासन ने बिना जनमत संग्रह कराए और बिना जनप्रतिनिधियो की राय लिए इन गांवों को पालिका सीमा में शामिल करने का तुगलकी फरमान जारी कर दिया है जो किसी कीमत में स्वीकार नही किया जा सकता।
बैठक में लालमणि, सोबन सिंह, भास्कर करगेती, बसंती देवी, राजेंद्र, गिरीश चंद्र पांडे, नंदकुमार, पीसी जोशी ,विजय पपनै, मुकेश सत्यवली, पूरन चंद्र उप्रेती, आनंद सिंह नेगी ,जीवन सत्यवली, ललित उप्रेती, धारा बल्लभ पांडे, भगवती प्रसाद जोशी ,विपिन चंद्र पांडे ,भुवन चंद पांडे, प्रकाश चंद्र पांडे, पारस करगेती, पंकज पांडे, रमेश चंद मौलखी, नवीन चंद्र पांडे ,रणवीर सिंह ,दीपचंद पांडे, विनोद, लकी करगेती, भारत भट्ट, महेश मठपाल, दिनेश चंद्र पांडे, मोहन राम समेत अनेक लोगों ने अपने विचार रखे।
