खटीमा: वन रेंज में दो हाथियों के झुंड के विचरण से वन कर्मी अलर्ट

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Published By Shweta Kalakoti
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पारंपरिक मार्ग में आबादी होने से नहीं जा पा रहा झुंड नेपाल

चकरपुर में वन विभाग की नर्सरी को किया तहस नहस रेंजर ने लोगों से जंगल में अधिक अंदर जाने से बचने की दी सलाह

खटीमा, अमृत विचार। खटीमा वन रेंज होकर नेपाल के पारंपरिक रास्ते में आबादी से हाथियों का झुंड के खटीमा रेंज में अधिक विचरण व उनके आक्रामक होने की संभावना से वन विभाग अलर्ट मोड में आ गया है।

वर्तमान में 15-16 हाथियों का एक व 10-12 हाथियों का दूसरा झुंड रेंज में विचरण कर रहा है। रेंजर महेश चंद्र जोशी ने बताया कि हाथियों के झुंड नर्सरी को भी तहस-नहस कर चुका है। झुंडों पर नजर रखने के लिए कर्मी तैनात किए गए हैं।

बता दें कि खटीमा वन रेंज के छीनीगोठ, लालकोठी आदि जगहों से होकर नेपाल के लिए हाथियों का मार्ग है। पिछले कुछ वर्षों से हाथियों का झुंड नेपाल की ओर आबादी होने से नहीं जा पा रहे हैं। इससे वह खटीमा रेंज में अधिक समय तक विचरण कर रहे हैं।

जिनके आक्रामक होने के मामले अधिक सामने आ रहे हैं। रेंजर जोशी ने बताया कि दो झुंडों पर नजर रखने के लिए वन कर्मियों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है। जो नेपाल जाने वाले रास्ते से बार-बार घूम घूम कर वापस आ रहे हैं।

हाथी झुंड ने चकरपुर स्थित नर्सरी को भी नुकसान पहुंचाया है। बताया कि वन कर्मी रेंज से सटे गावों के लोगों को सर्तक कर रहा है। ग्रामीणों से जंगल में अधिक अंदर जाने से बचने की सलाह दी जा रही है। इधर, खटीमा रेंज से सटे किलपुरा रेंज में भी हाथियों झुंड आक्रामक हो चुके हैं। पिछले कुछ वर्षों में हाथियों के हमले में कई जानें जा चुकी हैं।  

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