हल्द्वानी: मंडी सचिव ने रामगढ़ फल पट्टी के किसानों को दिया बाजार दिलाने का आश्वासन
हल्द्वानी, अमृत विचार। खुले बाजार में सेब बेचने के आखिरी दिनों में प्रसिद्ध रामगढ़ फल पट्टी के दो दर्जन गांवों के उत्पादक बेहतर मूल्य पाने के लिए जूझ रहे हैं। इसको लेकर शनिवार को मंडी प्रशासन की टीम नाराज उत्पादकों से मिली और उन्हें सेब का बेहतर बाजार दिलाने का आश्वासन देकर संतुष्ट किया।
मंडी सचिव दिग्विजय सिंह देव के नेतृत्व में सेब विक्रेता, व्यापारी, आढ़ती, लोडर व बारदाना मेकरों ने रामगढ़ के सतबुंगा, सूपी, हरतोला, नथुवाखान सहित करीब 2 न्याय पंचायतों में किसानों के खेत, खलिहान और बगीचों का जायजा लिया। इस बीच किसानों ने मंडी सचिव को सेब के अच्छे मूल्य न मिलने की समस्या बताई।
काश्तकारों दीवान सिंह, पान सिंह, भूपेंद्र डंगवाल, उमेद सिंह, गुलाब सिंह, मोहन सिंह ने कहा कि सी ग्रेड के सेब पर उद्यान विभाग की खरीद चल रही है। ए एवं बी ग्रेड के सेब को खुले बाजार में आशा के अनुरूप मूल्य नहीं मिल रहा है। जिस पर मंडी सचिव ने किसानों को बताया कि बाजार में हिमाचल के सेब के आने से सेब की बिक्री पर कॉम्पटीशन शुरू हो गया है।
इससे पहाड़ के सेब का बाजार मूल्य में गिरावट आई है। लेकिन पहाड़ के जैविक सेब ही उपभोक्ताओं की पसंद बने हैं। उन्होंने किसानों से हिमाचल सेब की पेटी की तर्ज में अपना ए व बी ग्रेड का सेब पैकेजिंग कर खुले बाजार में लाने को कहा। उन्होंने आश्वस्त किया कि प्रभावित क्षेत्र के बचे हुए आवक को बाजार सही मूल्य देकर पूर्व की तरह अपना भरोसा जतायेगा। इसके बाद टीम हरतोला सेब उत्पादक क्षेत्र पहुंची।
यहां भी किसानों ने सेब के सही मूल्य न मिलने की समस्या उठाई। आलू फल आढ़ती व्यापारी एसोसिएशन के अध्यक्ष कैलाश जोशी ने आश्वस्त किया कि काश्तकारों को बारदाना उपलब्ध कराने की समस्या उत्पन्न नहीं होनी दी जाएगी एवं उचित मूल्य पर बारदाना उपलब्ध कराया जाएगा। इस दौरान मंडी निरीक्षक भुवन नाथ गोस्वामी, जीवन सिंह कार्की, मंडी निरीक्षक पंकज वर्मा, नीरज प्रभात गर्ग, भुवन चंद्र तिवारी, नवीन दानी, मनोज तिवारी, सुरेश चंद्र, सोनू, प्रकाश परगाई मौजूद रहे।
