चंद्रयान 2 के ऑर्बिटर ने किया चंद्रयान 3 का स्वागत, चांद पर जोड़ा गया संपर्क, ISRO ने दी जानकारी
चेन्नई। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के चंद्रमा दक्षिण ध्रुवीय क्षेत्र में 23 अगस्त को सॉफ्ट लैंडिंग करने जा रहे चंद्रयान-3 का सोमवार को चंद्रयान-2 के ऑर्बिटर ने औपचारिक रूप से स्वागत किया। इसरो ने एक्स पर प्रेषित किये संदेश में कहा कि दोनों के बीच संचार स्थापित हो गया है। उन्होंने कहा, “चंद्रयान -3 मिशन: ‘आपका स्वागत है, दोस्त। चंद्रयान-2 ऑर्बिटर ने औपचारिक रूप से चंद्रयान-3 लैंडर मॉड्यूल का स्वागत किया।”
Chandrayaan-3 Mission:
— ISRO (@isro) August 21, 2023
‘Welcome, buddy!’
Ch-2 orbiter formally welcomed Ch-3 LM.
Two-way communication between the two is established.
MOX has now more routes to reach the LM.
Update: Live telecast of Landing event begins at 17:20 Hrs. IST.#Chandrayaan_3 #Ch3
उन्होंने कहा कि दोनों के बीच संचार स्थापित हो गया है। मिशन ऑपरेशंस कॉम्प्लेक्स (एमओएक्स) के पास अब लैंडर मॉड्यूल तक पहुंचने के लिए अधिक मार्ग हैं।” उन्होंने कहा कि भारत के दूसरे चंद्र मिशन चंद्रयान -2 को जुलाई 2019 में लॉन्च किया गया था और सितंबर 2019 में लैंडिंग साइट के बहुत करीब तकनीकी खराबी के कारण लैंडर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। यह मिशन 99.99 प्रतिशत सफल रहा था। इसरो ने कहा कि चंद्रयान-3 यान 23अगस्त को 1804 बजे चंद्रमा पर उतरेगा।
अंतरिक्ष एजेंसी ने रविवार सुबह लैंडिंग मॉड्यूल का दूसरी और अंतिम बार गति कम करने के लिए डीबूस्टिंग (धीमा करने की प्रक्रिया) ऑपरेशन किया। उन्होंने बताया कि स्तह उतरने पर रोवर को चंद्रमा पर यथास्थन प्रयोग करने के लिए लैंडिंग मॉड्यूल से बाहर निकाला जाएगा। उन्होंने बताया है कि दूसरा डीबूस्टिंग अभियान रविवार सुबह 0200 बजे किया गया और लैंडिंग मॉड्यूल निर्दिष्ट लैंडिंग स्थल पर सूर्योदय का इंतजार करेगा और 23 अगस्त को संचालित लैंडिंग शुरू होगी। उन्होंने कहा कि इसके बाद चंद्रयान -3 अंतरिक्ष यान अब चंद्रमा से करीब 25 किलोमीटर दूर है। इसरो ने कहा, “मॉड्यूल को आंतरिक जांच से गुजरना होगा और निर्दिष्ट लैंडिंग स्थल पर सूर्योदय का इंतजार करना होगा।”
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