हल्द्वानी: नहीं मिले नवजात के हत्यारे, लावारिस में हुआ अंतिम संस्कार

बीती 6 सितंबर की रात हैड़ागज्जर में नहर में बहती मिली थी नवजात बच्ची

हल्द्वानी: नहीं मिले नवजात के हत्यारे, लावारिस में हुआ अंतिम संस्कार

मंडी चौकी के कांस्टेबल फिरोज अहमद ने श्मशान घाट में दफनाई बच्ची

हल्द्वानी, अमृत विचार। नवजात बच्ची की हत्या किसने की, किसने उसे नहर में फेंका? उसे जिंदा ही फेंक दिया गया या फिर उसे मारने के बाद फेंका गया? इन सवालों के जवाब पुलिस को तलाशने हैं। इन सबके बीच लावारिस मिली नवजात का मंडी पुलिस ने लावारिस के रूप में अंतिम संस्कार कर दिया। 

बता दें कि बीती 6 सितंबर को गोरापड़ाव के हैड़ागज्जर में कुछ किसान अपने खेतों में काम कर रहे थे। तभी उनकी नजर खेत के पास नहर पर गई। नहर में बच्ची का शव बह रहा था। शिनाख्त न होने पर पुलिस ने शव को 72 घंटे के लिए मोर्चरी में रख दिया।

हालांकि न तो कोई बच्ची का दावेदार आया है और न ही पुलिस शव की शिनाख्त करा सकी। रविवार को मंडी चौकी के कांस्टेबल फिरोज अहमद ने बच्ची के शव को श्मशान घाट में दफना दिया। पुलिस ने इस मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया है। मंडी चौकी प्रभारी गुलाब कम्बोज का कहना है कि मामले में जांच जारी है। सीसीटीवी खंगाले जा रहे हैं। 


चार नवजात, एक की भी नहीं हुई शिनाख्त

शहर में नवजात की लाश मिलने का सिलसिला बदस्तूर जारी है। मंडी चौकी क्षेत्र में ही पिछले साल जनवरी में कोई नवजात बच्चे को फेंक गया। उसे जिंदा बरामद किया गया। इसके बाद मेडिकल चौकी क्षेत्र में एक बच्चे का शव मिला, जिसे कुत्तों ने नोंच डाला था। फिर राजपुरा चौकी क्षेत्र में गौला नदी किनारे मृत नवजात मिला। मंडी चौकी क्षेत्र में एक और मृत नवजात कूड़े में मिला था। इन्हें किसने फेंका, उनका पता पुलिस आज तक नहीं लगा सकी।