गाजा अस्पताल में विस्फोट स्थल पर ऐसे निशान नहीं जिससे पता चले कि हमला इजराइल ने किया: IDF

गाजा अस्पताल में विस्फोट स्थल पर ऐसे निशान नहीं जिससे पता चले कि हमला इजराइल ने किया: IDF

यरुशलम। इजराइल ने गाजा पट्टी में एक असैन्य अस्पताल में भीषण विस्फोट के कुछ समय बाद बुधवार को दावा किया कि विस्फोट स्थल पर गड्ढे का मौजूद न होना, इस बात का सबूत है कि यह (विस्फोट) उसके सुरक्षा बलों के हवाई हमले का परिणाम नहीं है, जैसा कि हमास-संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय दावा कर रहा है। गाजा के हमास संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि अल-अहली बापटिस्ट अस्पताल में मंगलवार रात को हुए विस्फोट में कम से कम 500 लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हुए हैं।

 इस अस्पताल में पहले से घायल मरीजों की भरमार थी और इजराइल द्वारा नागरिकों को उत्तरी गाजा पट्टी के इलाके को छोड़कर दक्षिण की ओर जाने का निर्देश देने के बाद यहां पिछले दो-तीन दिनों से सैकड़ों फलस्तीनी नागरिक भी शरण लिये हुए थे, क्योंकि उन्हें उम्मीद थी कि यहां शरण लेने से वे इजराइल की बमबारी से बच जाएंगे। इजराइल रक्षा बल (आईडीएफ) ने ड्रोन फुटेज जारी करते हुए कहा इस हमले में इजराइल शामिल नहीं है। उसका कहना है कि इस फुटेज से यह साबित होता है कि अल-अहली बापटिस्ट अस्पताल के पार्किंग स्थल में भीषण विस्फोट उसके हथियारों के कारण नहीं हुआ है।

 इजराइल का कहना है कि अगर उसके आयुधों से हमला हुआ होता तो वहां उसके गड्ढे होते, न कि पार्किंग स्थल धू-धूकर जलता नजर आता। आईडीएफ ने कहा कि ड्रोन के वीडियो में नजर आ रहा है कि पार्किंग स्थल में विस्फोट के कारण उस क्षेत्र में भीषण आग लग गई लेकिन वहां हमले के कोई निशान नहीं दिखे। आईडीएफ के अनुसार,‘‘इजराइल के हमलों के बाद आमतौर पर जमीन में गहरे गड्ढे हो जाते हैं।’’ आईडीएफ ने एक ‘साउंडट्रैक’ भी जारी किया और दावा किया कि यह आवाज ‘‘आतंकवादियों के बीच हुई बातचीत का अंश है जिसमें वे गलत दिशा में रॉकेट दागे जाने के बारे में बात कर रहे हैं’’। आईडीएफ ने कहा कि आतंकवादियों को एहसास हुआ कि रॉकेट गलत दिशा में अल-अहली अस्पताल की ओर दागा गया है।

 इजराइल ने फलस्तीनी आतंकवादी संगठन ‘इस्लामिक जिहाद’ पर ‘असफल रॉकेट हमला’ करने का आरोप लगाया है। फलस्तीनी इस्लामिक जिहाद एक छोटा, लेकिन अत्यंत कट्टर फलस्तीनी आतंकवादी संगठन है, जो इजराइल के खिलाफ अपने साझा संघर्ष में हमास की मदद करता है। संगठन ने हालांकि इन आरोपों से इनकार किया है। घटना के बाद से ‘अल जजीरा’ समाचार चैनल पर प्रसारित ‘लाइव स्ट्रीम’ सहित अन्य वीडियो फुटेज से इजराइल के दावे की पुष्टि होती है। 

कतर के टीवी नेटवर्क पर अक्सर इजराइल के खिलाफ पक्षपाती होने का आरोप लगाया जाता है और इजराइली प्रतिष्ठान के साथ उसका टकराव रहा है। गाजा में स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि गाजा की सीमा से लगते दक्षिणी इजराइल में हमास द्वारा सात अक्टूबर को किए गए हमले में 1,400 से अधिक लोगों की मौत हो गई और करीब 200 लोगों को गाजा में बंधक बनाकर रखा गया है। इसके जवाब में गाजा पर किए गए इजराइल के हमले में कम से कम 2,778 लोगों की मौत हुई है और गाजा के आसपास करीब 1,200 लोगों के जिंदा या मुर्दा मलबों में दफन होने का अंदेशा है। 

अस्पताल में भीषण विस्फोट के तुरंत बाद जॉर्डन ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन, फलस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास, मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी और जॉर्डन के शाह अब्दुल्ला द्वितीय का पूर्वनियोजित शिखर सम्मेलन रद्द कर दिया और कहा कि ‘‘अब वह युद्ध को रोकने में सक्षम नहीं है’’। ‘‘इजराइल-हमास’’ संघर्ष पर लगाम लगाने और गाजा में मानवीय सहायता की आपूर्ति को बढ़ावा देने के अभियान के तहत बाइडन बुधवार को इजराइल पहुंचे। अमेरिकी अधिकारियों ने कहा कि शिखर सम्मेलन रद्द होने के बाद उनकी जॉर्डन यात्रा भी रद्द समझी जाए।

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