बरेली: चौबारी मेला आज से, नखाशे में 100 से अधिक घोड़े पहुंचे
श्रद्धालुओं की सुरक्षा को दो दर्जन गोताखोर और 400 पुलिस कर्मी रहेंगे तैनात, गुरुवार शाम 4 बजे जिलाधिकारी और एसएसपी की उपस्थिति में होगा उद्घाटन
बरेली/कैंट अमृत विचार : चौबारी घाट पर लगने वाला कार्तिक मेला गुरुवार को प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में हवन पूजन के बाद आरंभ होगा। मेले में तंबुओं का शहर सजकर तैयार हो गया है। इस बार घोड़े भी पहुंच चुके हैं। मेले में पुलिस के पुख्ता इंतजाम रहेंगे।
बुधवार को एसएसपी घुले सुशील चंद्रभान, एसपी सिटी राहुल भाटी, एसडीएम सदर रत्निका श्रीवास्तव समेत अन्य ने चौबारी मेले और स्नान घाट का निरीक्षण किया। आठ दिवसीय मेले का मुख्य स्नान 27 नवंबर को होगा। अधिकारियों ने मेला प्रबंधन कमेटी को साउंड सिस्टम, पेयजल व्यवस्था, प्रकाश व्यवस्था, खोया पाया केंद्र तथा मेले में सीसीटीवी कैमरे लगवाने के निर्देश दिए हैं।
नखाशा बाजार में पहुंचे सौ से अधिक घोड़े: मेले में इस बार नखाशा घोड़ा बाजार सज रहा है। पिछले वर्ष घोड़े तथा अन्य जानवरों में लंपी वायरस की वजह से नखाशा नहीं लगा था । बुधवार शाम तक मेले में आगरा, पंजाब, एटा समेत अन्य कई जगहों से करीब 100 से अधिक घोड़े मेले में विक्रय के लिए पहुंच चुके हैं।
अभी तक सबसे अधिक डेढ़ लाख रुपये का घोड़ा चौबारी नखाशा मेला में पहुंचा है। मेला कमेटी के प्रबंधक प्रदीप कुमार पांडे ने बताया कि घोड़े की विक्रय कीमत पर पंजीकरण के लिए चार प्रतिशत राशि जमा कराई जाएगी। मेला में घोड़े को सजाने के लिए इस्तेमाल में आने वाले सामान की दुकानें एटा, नवाबगंज व बहेड़ी के लोगों ने लगाई गईं हैं।
मौत का कुआं करेगा आकर्षित: मेले में एक दर्जन से अधिक प्रकार के झूले लगाए गए हैं। इसमें 75 फीट ऊंचाई तक के तीन हवाई झूले आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। इसके अलावा चांद तारा झूला, नाव झूला, टोरा टोरा झूला, ब्रेक डांस झूला, ट्रेन झूला व ऑक्टोपस झूला समेत अन्य छोटे झूले शामिल हैं। मौत का कुआं और सर्कस भी मेले की शोभा बढ़ा रहे हैं।
ड्रोन से की जाएगी निगरानी: मेला मजिस्ट्रेट एसडीएम सदर रत्निका श्रीवास्तव ने बताया कि मीना बाजार में महिलाओं की सुरक्षा के लिए एंटी रोमियो स्क्वाड और मेला की निगरानी के लिए तीन वॉच टॉवर लगाए जाएंगे। पूरे मेले की निगरानी ड्रोन कैमरे से कराई जाएगी।
गंगा में जलयात्रा का आनंद लेने के लिए नौ नाव में जिनमें एक मोटर नाव के साथ-साथ आठ पटवार नाव उपलब्ध रहेंगी। प्रशासन ने दो दर्जन से अधिक गोताखोरों के अलावा सुरक्षा व्यवस्था के लिए एक कोतवाली और सात चौकियां बनाई गई हैं, जिनमें करीब 400 से अधिक पुलिस कर्मी ड्यूटी में तैनात रहेंगे।
पेयजल के लिए लगाए जा रहे हैंडपंप: प्रशासन व मेला कमेटी की ओर से मेला में पेयजल व्यवस्था दुरुस्त रखने के लिए 100 से अधिक हैंडपंप लगाए जा रहे हैं। इसके अलावा जेसीबी व सफाई कर्मियों के द्वारा स्नान घाट की साफ सफाई कराई जा रही है। राजस्थान के बयाना शहर से लाल पत्थर तथा मध्य प्रदेश के ग्वालियर से करीब 10 ट्रक सफेद पत्थर से चौबारी मेले में सिल बट्टे तैयार किए जा रहे हैं। मुरादाबाद व बरेली के किला क्षेत्र के लोगों ने करीब दो दर्जन सिलबट्टे की दुकानें लगाई गई हैं।
