कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी, लखनऊ कुड़िया घाट पर पहुंचे काफी संख्या में लोग

कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी, लखनऊ कुड़िया घाट पर पहुंचे काफी संख्या में लोग

अमृत विचार लखनऊ। प्रदेश की राजधानी लखनऊ में कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर सैकड़ो श्रद्धालुओं ने गोमती नदी किनारे बने कुड़ियाघाट पर सोमवार को आस्था की डुबकी लगाई। आज ये पर्व पूरे प्रदेश में मनाया जा रहा है। गोमती नदी के अलावा भक्तों ने गंगा, सरयू और गोमती नदी में भी डुबकी लगाई है। घाटो पर भोर से भीड़ जुटनी शुरू हो गई थी। इस बार बार कार्तिक पूर्णिमा का पर्व आज सोमवार, 27 नवंबर 2023 को मनाया जा रहा है।

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लखनऊ में कार्तिक पूर्णिमा के अवसर सोमवार सुबह-सुबह गोमती नदी किनारे बने कुड़ियाघाट पर स्नान करने के लिए पहुंंचे श्रद्धालु-फोटो अमृत विचार

 

पूर्णिमा तिथि की शुरुआत वैसे तो रविवार 26 नवंबर दोपहर 03:53 से हो चुकी थी, जिसका समापन 27 नवंबर दोपहर 02:45 पर होगा। ऐसे में उदयातिथि के अनुसार, कार्तिक पूर्णिमा का स्नान, व्रत और पूजन आदि 27 नवंबर को ही करना मान्य होगा।

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गोमती नदी किनारे बने घाट पर भक्तों के साथ मौजूद मनकामेश्वर नाथ मंदिर की महंत देव्यागिरी और साथ में भक्तों को भीड़-फोटो अमृत विचार

 

इस मौके पर गोमती नदी किनारे बने आरती स्थल पर मनकामेश्वर मंदिर की महंत देव्यागिरी ने भी भक्तों के साथ पूजा अर्चना की और आरती की। यहां सुबह से ही लखनऊ के कोने-कोने से लोग पहुंचे थे। भीड़ के चलते मौके पर सुरक्षा की जिम्मेदारी संभाल रही पुलिस ने भी अपना कर्तव्य निभाते हुए भीड़ को नियंत्रित किया। 

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कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर गोमती नदी में दीपक  व पत्तों की बनी नाव को कुछ इस तरह से भक्तों ने प्रवाह किया। फोटो-अमृत विचार

गोमती की स्वच्छता के संकल्प के साथ केले के पत्ते से बनी नाव को नदी में बहाया
गोमती नदी किनारे भक्तों ने जहां गोमती नदी की सफाई का संकल्प लिया वहीं दूसरी ओर उडिया समाज के लोगों ने केले के पत्ते से बनी नाव को भी नदी में बहाया। बता दें कि हर साल कार्तिक पूर्णिमा का त्योहार मनाया जाता है। मान्यता है कि पहले नाव के सहारे ओडिशा के व्यापारी नाव के सहारे जावा, सुमात्रा व श्रीलंका जैसे कई देशों में कारोबार के लिए जाते थे। तबसे ये परंपरा चली आ रही है। इस दौरान अपने-अपने व्यापार में बढ़ोत्तरी की भी कामना की जाती है। 

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