मुरादाबाद : जिले में दो हजार के करीब एचआईवी के मरीज सक्रीय 

मुरादाबाद : जिले में दो हजार के करीब एचआईवी के मरीज सक्रीय 

मुरादाबाद, अमृत विचार। एक दिसंबर को प्रतिवर्ष विश्व एड्स दिवस मनाया जाता है। एड्स व एचआईवी के प्रति लोगों को जागरुक के लिए तरह-तरह के कार्यक्रम एवं अभियान चलाया जा रहा है। जनपद में 1960 मरीज सक्रिय है। पूर्व वर्ष के सापेक्ष इस वर्ष मरीजों की संख्या कम हुई है। विडंबना यह है कि जिले में किशोर-किशोरी एवं युवक-युवती भी अब इसकी चपेट में आने लगे हैं। यह बिमारी महानगर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक हो चुकी है। विभाग से मिली जानकारी के अनुसार वर्ष 2022 में 338 मरीजों की पुष्टि हुई थी। इस वर्ष 261 मरीज की पुष्टि हुई है।

एड्स से बचाव
जीवन-साथी के अलावा किसी अन्य से यौन संबंध नही रखे।
यौन संपर्क के समय निरोध ( कंडोम) का प्रयोग करें। मादक औषधियों के आदी व्यक्ति के द्वारा उपयोग में ली गई सिरिंज व सूई का प्रयोग न करें। एड्स पीड़ित महिलाएं गर्भधारण न करें। क्योंकि उनसे पैदा होने वाले शिशु को यह रोग लग सकता है।

एड्स रोग कैसे फैलता है
ह्यूमन इम्यूनो डेफिशियेंसी वायरस (एचआईवी) संक्रमित व्यक्ति के साथ यौन संपर्क से।
एचआईवी संक्रमित सिरिंज व सूई का दूसरो के द्वारा प्रयोग करने सें।
एचआईवी संक्रमित मां से शिशु को जन्म से पूर्व, प्रसव के समय, या प्रसव के शीघ्र बाद।
एचआईवी संक्रमित अंग प्रत्यारोपण से।
एक बार एचआईवी विषाणु से संक्रमित होने का अर्थ है - जीवनभर का संक्रमण एवं दर्दनाक मृत्यु

एचआईवी संक्रमण पश्चात लक्षण
एचआईवी पॉजिटिव व्यक्ति में 7 से 10 साल बाद विभिन्न बीमारिंयों के लक्षण पैदा हो जाते हैं। जिनमें ये लक्षण प्रमुख रूप से दिखाई पडते है। गले या बगल में सूजन भरी गिल्टियों का हो जाना। लगातार कई-कई हफ्ते अतिसार घटते जाना। लगातार कई-कई हफ्ते बुखार रहना। हफ्ते खांसी रहना। अकारण वजन घटते जाना।मुंह में घाव हो जाना। त्वचा पर दर्द भरे और खुजली वाले ददोरे/चकते हो जाना। किसी व्यक्ति को देखने से एचआईवी संक्रमण का पता नहीं लग सकता। जब तक कि रक्त की जांच ना की जाएं।

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