कमजोर बाजार के बीच प्राथमिक इस्पात उद्योग को दूसरी छमाही में करना पड़ेगा चुनौतियों का सामना: इक्रा 

Amrit Vichar Network
Published By Ashpreet
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नई दिल्ली।  प्राथमिक इस्पात उद्योग को कच्चे माल की बढ़ती लागत और इस्पात की कमजोर कीमतों के बीच वित्त वर्ष 2023-2024 की दूसरी छमाही में चुनौतीपूर्ण माहौल का सामना करना पड़ सकता है।

रेटिंग एजेंसी इक्रा ने यह जानकारी दी। इक्रा की नई रिपोर्ट के अनुसार, अक्टूबर 2023 की शुरुआत से घरेलू हॉट रोल्ड कॉइल (एचआरसी) की कीमतों में 6.7 प्रतिशत की गिरावट आई है, जबकि इसी अवधि में सरिया की कीमते 4.7 प्रतिशत गिरी। वित्त वर्ष 2023-2024 की दूसरी छमाही में समग्र उद्योग का परिचालन लाभ मुनाफा पहली छमाही की तुलना में कम होने की आशंका है।

इसकी मुख्य वजह वात्या भट्टी (ब्लास्ट फर्नेस) संचालकों का मुनाफा कम होना है। इक्रा के अनुसार,  उम्मीद है कि चालू वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में घरेलू इस्पात उद्योग का परिचालन अधिक चुनौतीपूर्ण हो जाएगा क्योंकि कच्चे माल की बढ़ती लागत और इस्पात की कमजोर कीमतें मुनाफे पर असर डाल रही हैं।

 समुद्री कोकिंग कोयले की कीमतें वित्त वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही से अस्थिर रही हैं, जबकि थर्मल कोयले की कीमतें दायरे में बनी हुई हैं। इक्रा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष एवं समूह प्रमुख (कॉरपोरेट सेक्टर रेटिंग्स) जयंत रॉय ने कहा,  ऑस्ट्रेलिया में आपूर्ति-संबंधी बाधाओं के कारण तीन महीने में ‘स्पॉट प्रीमियम हार्ड कोकिंग कोयला की परिवहन लागत में अप्रत्याशित रूप से 50-55 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जो अक्टूबर 2023 मध्य में 363 अमेरिकी डॉलर/एमटी के अंतरिम उच्च स्तर पर पहुंच गया था।

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