प्रदूषण कम दिखाने को आंकड़ेबाजी में लगा नगर निगम...जहां प्रदूषण मापक यंत्र लगे वहीं कर रहा पानी का छिड़काव
लखनऊ, अमृत विचार : वायु प्रदूषण का स्तर कम दिखाने के लिए नगर निगम सुधार के बजाय आंकड़ेबाजी में लगा है। जहां प्रदूषण मापक यंत्र लगे हैं वहीं सड़कों पर पानी का छिड़काव करके स्तर कम बनाये रखने का दिखावा कर रहा है। राजधानी में एक ओर प्रदूषण खतरनाक स्तर पर बना है वहीं नगर निगम प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के शहर में 6 स्थानों पर लगे स्टेशनों के आंकड़ों को ही सही मान रहा है। जबकि प्रदूषण का असर लालबाग में नगर निगम मुख्यालय के आस-पास ही साफ दिख रहा है। मुख्यालय से चंद कदमों की दूरी पर ही पेड़ों और पत्तियाें पर धूल की परत छायी है। वहीं नगर निगम केवल सड़कों पर पानी का छिड़काव करके अपनी जिम्मेदारी से मुंह मोड़ केवल खानापूर्ति में जुटा है।
निर्माण साइट पर ग्रीन नेट न पानी का कर रहे छिड़काव
शहर में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए नगर आयुक्त गौरव कुमार ने पिछले महीने सभी जिम्मेदार विभागों के साथ बैठक करके प्रदूषण फैलाने वाले लोगों और प्रतिष्ठानों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए थे। निर्माण साइटों पर बिल्डर ग्रीन नेट का प्रयोग कर रहे हैं न पानी का छिड़काव, जिससे धूल के कण हवा में घुलकर प्रदूषण बढ़ा रहे हैं। मिट्टी खनन और परिवहन के लिए जिलाधिकारी द्वारा निर्धारित मानकों का भी खनन विभाग पालन नहीं करा रहा है। रात के अंधेरे में खुलेआम बिना ढ़के ही डम्पर सड़क पर धूल उड़ाते दौड़ रहे हैं।
तालकटोरा और अलीगंज का एक्यूआई खतरनाक
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के स्टेशन के आंकड़े के अनुसार रविवार को तालकटोरा क्षेत्र में एयर क्वालिटी इंडेक्स 280 के करीब रहा, जो स्वास्थ्य के लिए बेहद खराब है। इसके अलावा अलीगंज स्थित केंद्रीय विद्यालय के आस-पास एक्यूआई 271 रहा। लालबाग क्षेत्र में रविवार को अवकाश के दिन भी एक्यूआई 174 पहुंच गया। सबसे कम 72 एक्यूआई कुकरैल पिकनिक स्पॉट क्षेत्र का था।
