हल्द्वानी: रसोई तक पहुंचा 'बिच्छू', 'घास' से सुधरेगी सेहत

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Published By Bhupesh Kanaujia
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लक्ष्मण मेहरा, हल्द्वानी, अमृत विचार। बदन पर छू जाए तो खुजलाते-खुजलाते प्राण निकलने को आ जाएं, लेकिन बदन के अंदर जाए तो जड़ी बूटी बन जाए। पहाड़ पर माताएं कभी-कभी इस बिच्छू घास का इस्तेमाल बच्चों को दंड देने के लिए भी करती थीं। हालांकि अब बिच्छू घास रसोई तक पहुंच चुकी है। औषधीय गुणों व पोषक तत्वों से भरपूर ये बिच्छू घास सेहत सुधारने में कारगर है। जिसे अल्मोड़ा की नैटल हिमालया संस्था विभिन्न उत्पादों के जरिये आपके घर की रसोई तक पहुंचाने के प्रयास में जुटी है।

 

संस्था के उत्पाद इन दिनों पर्वतीय सांस्कृतिक उत्थान मंच में चल रहे उत्तरायणी मेले में छाए हैं। जिसमें लोग बड़ी संख्या में पहुंचकर बिच्छु घास से निर्मित उत्पादों की जानकारी ले रहे हैं। संस्था के सदस्य भूपेंद्र वल्दिया कहते हैं कि बिच्छु खास औषधीय एवं पोषक गुणों से भरपूर है। इसमें 28 प्रतिशत प्रोटीन, .92 प्रतिशत मैगनीशियम, .58 प्रतिशत फॉस्फोरेस, 4.7 प्रतिशत कैल्शियम, .75 प्रतिशत पोटेशियम और .03 प्रतिशत आयरन की मात्रा होती है।

इसके अलावा जिंक, मैगनीशियम, कॉपर, विटामिन ए, विटामिन सी, पॉली फिनॉल्स एवं एंटीऑक्सीडेंस पोषक तत्व भी शामिल रहते हैं। सभी पोषक तत्व स्वास्थ्य वर्धक एवं रोग प्रतिरोधी हैं। यह डाईबिटीज, ब्लड प्रेशर, ऑर्थराइटिस, गाउट आदि में लाभकारी है।

उन्होंने बताया कि पंतनगर विश्वविद्यालय, जीबी पंत पर्यावरण कोसी कटारमल और ग्रीन हिल ट्रस्ट ने मिलकर कुछ समय पूर्व इस मुहिम को शुरू किया था। इसके लिए नैटल हिमालया संस्था का गठन किया गया, जिसका मुख्य केंद्र अल्मोड़ा में स्थित है। संस्था जिन गांवों में बिच्छु घास होता है वहां से समूहों के माध्यम से घास एकत्र कराती है। इसके बाद घास को अल्मोड़ा केंद्र में लाया जाता है, जहां घास से विभिन्न प्रकार के उत्पाद तैयार किए जाते हैं।
 
बिच्छु घास से बने ये उत्पाद हैं उपलब्ध
उत्तरायणी मेले में संस्था के लगे स्टॉल में बिच्छु बूटी चाय (रोज मैरी, तुलसी, अदरक, दालचीनी के साथ), बिच्छु बूटी आटा मिक्स, बिच्छु बूटी पैन केक मिक्स, बिच्छु बूटी चीला मिक्स, बिच्छु बूटी नमकीन (मडुवा, मादिरा, चुवा आटा के साथ), बिच्छु बूटी नमक मिक्स (लहसुन के साथ), बिच्छु बूटी चाट मसाला (अनेक मसालों के साथ), बिच्छू बूटी बेक्ड नमकीन और बिच्छु बूटी के पपटौले आदि उत्पाद उपलब्ध हैं। 

हल्द्वानी उत्तरायणी मेले से हुई लॉचिंग
नैटल हिमालया संस्था के सदस्य भूपेंद्र वल्दिया ने बताया कि संस्था के बिच्छु घास के उत्पादों की लॉचिंग हल्द्वानी उत्तरायणी मेले से हुई है। मेला संपन्न होने के बाद संस्था बरेली में लगने वाले उत्तरायणी मेले में स्टॉल लगायेगा। उन्होंने बताया कि लाइफ में बदलाव के लिए भोजन बदलना होगा। तभी शरीर स्वस्थ और रोग मुक्त रहेगा।

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