हल्द्वानी: मेडिकल कॉलेज की जमीन पर नगर निगम का अवैध कब्जा
हल्द्वानी, अमृत विचार। राजकीय मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी की जमीन पर नगर निगम ने अवैध कब्जा किया है। डॉ. सुशीला तिवारी अस्पताल (एसटीएच) के सामने जिस जमीन पर नगर निगम ने पेड पार्किंग के साइन बोर्ड लगाए हैं, वह मेडिकल कॉलेज की है। इस मामले में कॉलेज प्रबंधन ने नगर आयुक्त को पत्र लिखकर शीघ्र बोर्ड हटाने को कहा है।
हल्द्वानी में मेडिकल कॉलेज की नींव 19 मार्च 1997 को उत्तर प्रदेश के तत्कालीन राज्यपाल रोमेश भंडारी ने रखी थी। तब केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने एसटीएच से मेडिकल कॉलेज के मुख्य गेट तक की भूमि मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी को हस्तांतरित की थी जो वर्तमान तक मेडिकल कॉलेज के पास है।
कुछ समय पूर्व नगर निगम और पुलिस प्रशासन ने रामपुर रोड में अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया था। जिसके तहत एसटीएच के सामने से भी अतिक्रमण हटाया गया। इसके बाद खाली जगह पर नगर निगम ने पेड पार्किंग के साइन बोर्ड लगा दिए। इसकी सूचना जब मेडिकल कॉलेज प्रबंधन को मिली तो उन्होंने मौके पर विभाग के अधिकारियों को भेजकर जमीन नापजोख कराई।
जिसमें पाया गया कि नगर निगम ने जिस जमीन पर बोर्ड लगाए हैं वह मेडिकल कॉलेज की है। इस पर कॉलेज प्रबंधन ने बीती 15 जनवरी को नगर आयुक्त को पत्र लिखा है, जिसमें शीघ्र बोर्ड हटाने को कहा है। इस पत्र के साथ निगम को मेडिकल कॉलेज की जमीन के नक्शे और नोटिफिकेशन से संबंधित कागजातों की छायाप्रति भी भेजी गई है।
खाली जमीन पर कब्जेदारों की रहती है नजर
हल्द्वानी: मेडिकल कॉलेज की जिस खाली जमीन पर नगर निगम ने बिना अनुमति के पेड पार्किंग बना दी है, उस जमीन पर कब्जेदारों की नजर रहती है। मेडिकल कॉलेज इस भू-भाग को फिलहाल खाली छोड़े हुए है। उसे कुछ भी नया निर्माण करने से पहले वन विभाग की अनुमति लेनी होती है। नगर निगम ने जब यहां अभियान चलाया था तब कई फड़ वालों ने इस जमीन पर कब्जा कर रखा था। बाद में खाली जमीन पर बिना नगर निगम ने ही कब्जा कर लिया है।
जिस जमीन पर पेड पार्किंग के बोर्ड लगे हैं वह मेडिकल कॉलेज की है। यह जमीन केंद्रीय वन मंत्रालय से हस्तांतरित हुई थी। निगम से शीघ्र बोर्ड हटाने को कहा गया है।
- डॉ. अरुण जोशी, प्राचार्य राजकीय मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी
फिलहाल इस संबंध में जानकारी नहीं है। मेडिकल कॉलेज प्रबंधन के पत्र का संज्ञान लिया जाएगा, उसके बाद ही कोई कार्यवाही की जाएगी।
- गणेश भट्ट, सहायक नगर आयुक्त नगर निगम हल्द्वानी