‘इंडिया’ गठबंधन लोकसभा चुनाव के लिए है, राज्यों में विधानसभा चुनाव के लिए नहीं : जयराम रमेश
रामपुरहाट (पश्चिम बंगाल)। कांग्रेस ने शुक्रवार को कहा कि ‘इंडिया’ गठबंधन 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए है, किसी राज्य में विधानसभा चुनाव के लिए नहीं और 27 दलों का विपक्षी गठबंधन बरकरार है तथा यह साथ मिलकर लड़ेगा। बिहार में ‘महागठबंधन’ के साथ-साथ राष्ट्रीय स्तर पर ‘इंडिया’ गठबंधन से नाता तोड़ कर नीतीश कुमार नीत जनता दल (यूनाइटेड) हाल में भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में शामिल हो गया।
इस तरह अब विपक्षी गठबंधन में 27 दल रह गए हैं। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने दावा किया कि राहुल गांधी नीत ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ 2024 के लोकसभा चुनावों के संदर्भ में बहुत लाभकारी होगी, हालांकि, यह एक राजनीतिक कार्यक्रम है, चुनाव प्रचार अभियान नहीं। उन्होंने कहा, ‘‘इंडिया गठबंधन आम चुनाव के लिए है और पश्चिम बंगाल या महाराष्ट्र या किसी अन्य राज्य में विधानसभा चुनाव के लिए नहीं।’’
रमेश ने कहा कि हालांकि, महाराष्ट्र में कांग्रेस, (शरद पवार नीत) राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) और शिवसेना (यूबीटी) के साथ मिलकर विधानसभा चुनाव लड़ा जाएगा, जबकि अन्य राज्यों के चुनावों में ‘इंडिया’ के साझेदारों के बीच कोई गठजोड़ नहीं होगा। उन्होंने बीरभूम जिले के रामपुरहाट में संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘लोकसभा चुनावों के लिए, 27 दलों का ‘इंडिया’ गठबंधन है और यह साथ मिलकर लड़ेगा।’’
रमेश ने कहा कि कांग्रेस देश में ऐसी एकमात्र पार्टी है, जिसने कभी भी भाजपा का समर्थन नहीं किया, ‘‘ना तो प्रत्यक्ष रूप से, ना ही अप्रत्यक्ष रूप से।’’ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा कि भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की विचारधारा को शिकस्त देने के लिए ‘इंडिया’ गठबंधन बनाया गया है।
उन्होंने दावा किया कि देश का संविधान और लोकतंत्र खतरे में है और इसलिए इनकी रक्षा करने के लिए भाजपा को शिकस्त देना जरूरी है। उन्होंने कहा, ‘‘यह एक बहुत महत्वपूर्ण यात्रा है, क्योंकि इससे कांग्रेस में नयी ऊर्जा और ताकत आई है।’’ रमेश ने कहा, ‘‘हमारा मानना है कि यह भारत जोड़ो न्याय यात्रा 2024 के लोकसभा चुनावों के संदर्भ में बहुत लाभकारी होगी।’’
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने बार-बार कहा है कि यात्रा राजनीतिक उद्देश्यों से की जा रही है, चुनावों को ध्यान में रखते हुए नहीं। उन्होंने कहा, ‘‘हम इसे विचारधाराओं की लड़ाई के रूप में देख रहे हैं।’’ उन्होंने दावा किया कि यात्रा को समाज के सभी वर्गों के लोगों का अपार समर्थन मिल रहा है। रमेश ने कहा कि शुक्रवार को यात्रा सुबह आठ बजे के बजाय करीब ढाई घंटे देर से शुरू हुई, क्योंकि राज्य स्कूल बोर्ड की 10वीं कक्षा की परीक्षा चल रही है।
उन्होंने कहा, ‘‘मुर्शिदाबाद और बीरभूम प्रशासन ने कहा कि परीक्षा प्रक्रिया में कोई व्यवधान नहीं आना चाहिए, इसलिए इसे ध्यान में रखते हुए राहुल जी ने पूर्वाह्न साढ़े 10 बजे आज की यात्रा शुरू करने का निर्णय लिया।’’ यात्रा की शुरूआत, हिंसा प्रभावित मणिपुर से 20 मार्च को हुई थी, जो कई राज्यों से गुजरते हुए महाराष्ट्र में संपन्न होगी।
उन्होंने बंगाल में यात्रा के अंतिम दिन कहा कि कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) शासित राज्य में और अन्य सभी राज्यों में ‘इंडिया’ को मजबूत करने के लिए कटिबद्ध है। विपक्षी गठबंधन को टीएमसी प्रमुख के इस बयान से झटका लगा है कि उनकी पार्टी पश्चिम बंगाल में अकेले चुनाव लड़ेगी, लेकिन रमेश उनकी पार्टी के साथ एक परस्पर स्वीकार्य सीट बंटवारा समझौता करने को लेकर अब भी आशावादी हैं।
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