रुद्रपुर: नशेड़ी ने दोस्त के साथ खुद को कमरे में बनाया बंधक

रुद्रपुर: नशेड़ी ने दोस्त के साथ खुद को कमरे में बनाया बंधक

रुद्रपुर, अमृत विचार। आवास विकास चौकी इलाके के जगतपुरा में उस वक्त पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया। जब एक नशेड़ी अपने दोस्त के साथ कमरे में खुद को बंधक बना डाला और खुखरी से खुद का गला रेतने की चेतावनी दे डाली। वहीं परिवार के लोगों ने भी अपनी जान का खतरा बताते हुए आवास विकास पुलिस को सूचित किया।

सूचना पर पहुंची पुलिस को देख नशेड़ी युवक का पारा चढ़ गया और पुलिस कर्मियों को खरी खोटी सुनाने के बाद जबरन ले जाने पर हमला करने की धमकी दे डाली। कई घंटों तक समझाने के बाद भी युवक नहीं माना।

बताते चलें कि जगतपुरा की रहने वाली रेवती थापा के अनिल थापा उर्फ अन्नू और सुनील थापा बेटे हैं। बड़ा बेटा शादी के बाद से अलग रह रहा है और छोटा बेटा बुरी संगत में पड़ने के कारण नशेड़ी हो गया। बताया जा रहा है कि नौ दिन बाद मां रेवती घर आई तो बेटा दोस्तों के साथ कमरे में नशा कर रहा था। मां के टोकने से गुस्साए नशेड़ी युवक ने अपने दोस्त रवि और खुद को रविवार की दोपहर तीन बजे से बंद कर लिया और हथौड़ा व खुखरी लेकर खुद की गर्दन काटने की धमकी देने लगा। नशेड़ी के उग्र तेवर देखकर मां सहम गई और उसने आवास विकास पुलिस को सूचित किया।

शाम तक समझाने के बाद नशेड़ी ने खुद घर चलने का आश्वासन दिया तो पुलिस वापस लौट गई। बावजूद युवक ने दरवाजा नहीं खोला और दोस्त की जान भी खतरे में पड़ने लगी। तो पुन:सूचना मिलने पर सोमवार की सुबह से आवास विकास चौकी का दारोगा ललित चौधरी मय पुलिस कर्मी के मौके पर पहुंचे।

पुलिस को देखकर नशेड़ी का पारा फिर चढ़ गया और उसने पुलिस पर ही हमला करने की धमकी देते हुए अभद्रता शुरू कर दी। कई घंटों की मशक्कत के बाद भी नशेड़ी ने दरवाजा नहीं खोला और बार-बार खुखरी दिखाकर गर्दन काटने की धमकी देता रहा। बाद में स्थानीय नेताओं के हवाले पुलिस छोड़कर चौकी वापस लौट गई और युवक के बाहर निकलने का इंतजार करने लगी। युवक के इस आतंक को लेकर स्थानीय लोग भी हैरान और परेशान से दिख रहे थे।

 

मां पर कर चुका है जानलेवा हमला
रुद्रपुर। नशेड़ी की मां रेवती देवी का आरोप था कि छोटा बेटा बुरी संगत में पड़ने के कारण नशेड़ी बन चुका है और उसकी इसी आदत के कारण पत्नी भी छोड़ कर चली गई है। आरोप लगाया कि रविवार को नौ दिन बाद जब बहू के मायके से वापस लौटी तो उस वक्त टोकने पर बेटे ने गला दबाकर मारने की कोशिश की। पड़ोसियों ने मुश्किल से जान बचाई। आरोप था कि आए दिन पड़ोसियों से लड़ाई झगड़ा और नशेड़ी दोस्तों की आवाजाही घर पर रहती है।

नशा मुक्ति केंद्र के बाद बना था काउंसलर
रुद्रपुर। अनिल उर्फ अन्नू थापा के नशेड़ी बनने के कारण परिवार के लोगों ने दस साल पहले उसे नशा मुक्ति केंद्र भेज दिया था। जहां युवक ने नशा छोड़ने के साथ ही नशे के लती युवाओं को खुद काउंसलिंग देकर नशा छोड़ने के लिए प्रेरित करना शुरू कर दिया और दो साल पहले खटीमा में नशा मुक्ति केंद्र खोलकर युवाओं की काउंसलिंग करने लगा। मगर स्वास्थ्य विभाग के छापे के बाद केंद्र बंद हो गया और अनिल एक बार फिर नशे की दलदल में चला गया।

दरवाजे के आगे लगा डाला भारी तख्त
रूद्रपुर। नशेड़ी के उग्र तेवर को देख जब पुलिस ने जबरन दरवाजा खोलने की कोशिश की तो नशेड़ी युवक ने कमरे में पड़ा भारी भरकम तख्त को अंदर से दरवाजे के सामने खड़ा कर दिया। साथ ही पुलिस की जबरदस्ती करता देख खुखरी निकालकर हमलावर होने की कोशिश करने लगा। जिसे देखकर पुलिस के हाथ पांव फूल गए और उन्होंने नशेड़ी को आश्वासन दिया कि पुलिस अब किसी भी प्रकार की कोई जबरदस्ती नहीं करेगी। यहां तक की कोई भी व्यक्ति वीडियो बनाता तो नशेड़ी के तेवर ओर ज्यादा उग्र हो जाते।

पुलिस करने लगी छिपकर इंतजार
रुद्रपुर। रविवार की दोपहर शाम बजे से खुद व दोस्त के साथ कमरे में बंधक बने नशेड़ी के उग्र तेवर देखने के बाद पुलिस ने कई दांव पेंच खेलने की कोशिश की। मगर नशेड़ी भी इतना शातिर था कि पुलिस की हर गतिविधि को भांप रहा था। जब पुलिस ने युवक से वापस जाने की बात कहकर तीन पुलिसकर्मी दीवार के पीछे छिप गए और कई घंटे तक नशेड़ी की प्रतीक्षा की। आरोपी नशेड़ी भी कम नहीं निकला और बार-बार पुलिस कर्मी के दीवार के पीछे छिपने की बात कहकर अभद्रता करता रहा।


बुजुर्ग महिला की सूचना पर जब पुलिस रविवार की शाम को घर पहुंची और समझाने की काफी कोशिश की। इसके अलावा सोमवार को भी पूरा दिन पुलिस समझाती रही। कारण नशेड़ी कभी भी उग्र होकर खुद को नुकसान नहीं पहुंचाए और परिवार पर हमलावर नहीं हो। इसके लिए पुलिसकर्मी लगातार नजर बनाए हुए हैं। परिवार की ओर से कोई तहरीर आती है तो पुलिस नशेड़ी के खिलाफ कार्रवाई करेगी। फिलहाल पुलिस शांतिपूर्वक ढंग से युवक के जाने का इंतजार कर रही है।
-भारत सिंह, थानाध्यक्ष, ट्रांजिट कैंप