लखीमपुर-खीरी: 35,063 बुजुर्ग पेंशन पाने से रह गए वंचित, दफ्तर के लगा रहे चक्कर  

लखीमपुर-खीरी: 35,063 बुजुर्ग पेंशन पाने से रह गए वंचित, दफ्तर के लगा रहे चक्कर  

सांकेतिक फोटो

लखीमपुर खीरी, अमृत विचार: वृद्धावस्था पेंशन योजना के अंतर्गत वर्ष 2023-24 में जनपद में 35063 बुजुर्ग पेंशन पाने के लाभ से वंचित रह गए हैं। इन्हें इस वर्ष एक भी किस्त नहीं मिल पाई है, जिससे परेशान लाभ से वंचित बुजुर्ग दफ्तर के चक्कर लगा रहे हैं।

अधिकारियों द्वारा उन्हें बैंकों में भेजकर खाते को एनपीसीआई से मैप कराने के लिए कहा जा रहा है। वहीं बैंक के अधिकारियों द्वारा बुजुर्गों के खाते को एनपीसीआई से मैप कर देने की बात कहकर टरका दिया जाता है, लेकिन उनके खाते एनपीसीआई से मैप नहीं किए जा रहे हैं। 

समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित वृद्धावस्था पेंशन योजना में कुल 86,436 बुजुर्ग पेंशनधारक पंजीकृत हैं, जिसके सापेक्ष 51,373 बुजुर्गों को पेंशन दी जा रही है। बता दें कि बुजुर्गों को साल में चार किस्तों में पेंशन दी जाती है। प्रत्येक किस्त में बुजुर्गों को तीन-तीन हजार रूपये मिलते हैं। वर्ष 2023-24 में अभी तक 51,373 बुजुर्गों को तीन-तीन किस्तें भेजी जा चुकी हैं। 

जबकि 35,063 बुजुर्गों को एक बार भी पेंशन नहीं मिली है, जिससे उन्हें जीवन यापन करने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। बताते चलें कि गरीब बुजुर्गों के लिए पेंशन बड़ा सहारा बन चुकी है, जिसके सहारे वह अपना दैनिक खर्च चलाते हैं। पैसे के लिए दूसरों के सामने हाथ नहीं फैलाने पड़ते, क्योंकि तमाम बुजुर्ग ऐसे भी हैं जो खुद कमाने में समक्ष नहीं हैं और परिवार के लोग भी उनकी देखभाल में रूचि नहीं लेते। 

ऐसे बुजुर्गों के बुढ़ापे के सहारा के तौर पर सरकार द्वारा पेंशन योजना लागू की गई है। इसके बावजूद जनपद में भारी संख्या में 35 हजार से अधिक बुजुर्ग पेंशन का लाभ पाने से वंचित हैं। उनके लाभ से वंचित होने का कारण तकनीकी है, जिसका समाधान सिर्फ समाज कल्याण विभाग और संबंधित बैंकों के अधिकारी ही कर सकते हैं। 

बताते चलें कि पिछले वर्ष से विभिन्न सरकारी स्कीम के अंतर्गत लाभार्थियों के बैंक खातों को एनपीसीआई से मैप कराने की अनिवार्यता कर दी गई है। इससे पहले खातों को सिर्फ आधार से मैप कराया जाता था। एक साल से बुजुर्गों के बैंक खातों को एनपीसीआई से मैप कराने के लिए केवाईसी की प्रक्रिया संचालित की जा रही है, लेकिन 35 हजार से अधिक बुजुर्गों के खाते तैप नहीं किए जा सके हैं। यही कारण है कि ऐसे बुजुर्गों को पेंशन प्राप्त नहीं हो रही है, क्योंकि नियमानुसार बैंक खाते एनपीसीआई से मैप न होने के कारण निदेशालय स्तर से इनके खाते में पेंशन नहीं भेजी जा रही है। 

जिन बुजुर्गों के बैंक खाते एनपीसीआई से मैप नहीं हुए हैं, उन्हें पेंशन का भुगतान नहीं हो पा रहा है। ऐसे करीब 35 हजार लाभार्थी हैं, जो पेंशन के लाभ से वंचित हैं। इनके बैंक खातों को एनपीसीआई से मैप कराने के लिए संबंधित बैंकों के प्रबंधकों को कई बार पत्र लिखे जा चुके हैं। दफ्तर आने वाले बुजुर्गों को अपने खाते को एनपीसीआई से मैप कराने के लिए कहा जा रहा है, जिसकी प्रक्रिया संबंधित बैंक द्वारा ही की जाएगी---सुधांशु शेखर, जिला समाज कल्याण अधिकारी।

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