लखीमपुर खीरी: क्लास रूम में छात्राओं की बिगड़ी तबीयत...छाने लगी बेहोशी, 3 छात्राएं जिला अस्पताल में भर्ती

Amrit Vichar Network
Published By Vivek Sagar
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लखीमपुर खीरी, अमृत विचार। भगवानदीन आर्य कन्या इंटर कॉलेज में मंगलवार को हाईस्कूल की सात छात्राओं की अचानक हालत बिगड़ गई। इससे कॉलेज में हड़कंप मच गया। प्रधानाचार्य ने अभिभावकों को सूचित कर छात्राओं को महिला अस्पताल भिजवाया। जहां से दो छात्राएं दवा लेने के बाद घर चली गईं। जबकि दो अन्य छात्राओं को जिला अस्पताल भेज दिया गया। इनके साथ गई एक अन्य छात्रा की भी हालत बिगड़ गई। इस पर तीनों का भर्ती कर इलाज हो रहा है। दो छात्राओं को बुखार बताया गया है। हालांकि अब उनकी हालत में सुधार होना बताया जा रहा है।

दरअसल, मंगलवार सुबह प्रार्थना सभा के बाद सभी छात्राएं क्लास रूम चली गईं थीं। वहां पर हाईस्कूल की दीप शिखा, गुड़िया कश्यप, अंशिका भार्गव, आस्था, भावना कश्यप, भूमिका, अवंतिका एवं दीप्ति की तबीयत बिगड़ गई। बताते हैं कुछ छात्राओं को बेचैनी होने के साथ घबराहट महसूस होने लगी तो कुछ बेहोश तक हो गईं। इससे क्लास रूम में खलबली मच गई। छात्राओं के बेहोश होने से कॉलेज में हड़कंप मच गया।

बताते हैं कि प्रधानाचार्य ने परिजनों को सूचना देकर बीमार छात्राओं को इलाज के लिए महिला अस्पताल भेजा गया, जहां पर पहुंचे परिजन दो छात्राओं को अपने साथ लेकर घर चले गए। जबकि दो अन्य छात्राओं की हालत को देखते हुए उन्हें जिला अस्पताल भेज दिया गया। बताते हैं कि इन छात्राओं के साथ गई एक अन्य छात्रा की हालत भी जिला अस्पताल पहुंचते ही बिगड़ गई। इस पर तीनों छात्राओं को भर्ती कर इलाज किया जा रहा है। फिलहाल इन तीनों छात्राओं की हालत पहले से बेहतर बताई जा रही है।

अव्यवस्थाएं बनीं वजह
छात्राओं की तबीयत खराब होने के मामले में कॉलेज में व्याप्त अव्यवस्थाएं सामने आई हैं। छात्रा अंशिका ने बताया कि कमरे में पंखे लगे हैं। जो काफी पुराने और काफी ऊंचाई पर लगे होने के कारण उनकी हवा तक नहीं लगती। वहीं शीतल पेयजल का भी इंतजाम नही हैं। छात्रा दीपशिखा और गुड़िया ने बताती हैं कि इस संबंध में कई बार शिक्षिकाओं से कहा लेकिन प्रधानाचार्य और शिक्षक डांट देते हैं। आज जब अचानक तबीयत बिगड़ गई तब भी इलाज के लिए साथ में शिक्षिका तक नहीं आईं।

दर्द के साथ शुरू हो गई घबराहट
छात्राओं के मुताबिक क्लास रूम में जाने के बाद अचानक तबीयत खराब होने लगी। पहले सांस लेने में दिक्कत हुई और फिर सीने में दर्द होना शुरू हो गया। इसके बाद हम लोगों को बेहोशी आने लगी। छात्राओं ने बताया कि बीमार होने पर घरवालों को बुलवाया, जो हमको लेकर जिला महिला अस्पताल लेकर गए। जहां पर प्राथमिक इलाज के बाद जिला अस्पताल भेज दिया गया।

तीन छात्राओं में से दो को बुखार था। तीनों को भर्ती कर इलाज किया जा रहा है। इस समय वायरल बुखार चल भी रहा है। वैसे छात्राओं ने जो समस्या बताई है उसकी वजह उमस वाली गर्मी है, क्योंकि गर्मी में ज्यादा पसीना निकलने से पानी की कमी होने की वजह से घबराहट व बेचैनी होने लगती है। कभी कभार बेहोशी तक आ जाती है। ऐसे मौसम में इस तरह की समस्याओं से बचने के लिए पानी अत्यधिक पिएं। ओआरएस या नींबू की शिकंजी बनाकर पीते रहें। -डॉ. संतोष मिश्रा, प्रशासनिक अधिकारी, जिला अस्पताल

आर्य कन्या इंटर कॉलेज में छात्राओं के बेहोश होने की सूचना मिली थी। इस पर जीआईसी के प्रधानाचार्य को कॉलेज भेजा था। प्रधानाचार्य ने छात्राओं को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराना बताया है। -डॉ. महेंद्र प्रताप सिंह, डीआईओएस

क्लास रूम में चार छात्राओं की अचानक तबीयत बिगड़ गई थी, जिन्हें इलाज के लिए महिला अस्पताल भिजवाया गया। वहां पर प्राथमिक इलाज के बाद दो छात्राएं घर चली गईं, जबकि दो अन्य की हालत सही न होने पर उन्हें जिला अस्पताल भेज दिया गया। इन दोनों छात्राओं के साथ गई कक्षा-11 की छात्रा की भी हालत बिगड़ गई। उसका भी इलाज हो रहा है। -डॉ. ज्योति तिवारी, प्रधानाचार्य आर्य कन्या इंटर कॉलेज

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