भविष्य आईटी का है, तकनीकी स्किल्स बढ़ाएं नहीं तो पीछे रह जाएंगे: डॉ. आशीष गोयल
लखनऊ, अमृत विचार: आने वाला समय आईटी का है, हम सभी को अपनी तकनीकी दक्षता को बढ़ाना होगा। इसके लिए कॉरपोरेशन की ओर से विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। जल्दी ही कार्मिकों को बेहतर प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। यह बात राजधानी के रविन्द्रालय में आयोजित राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर संगठन उत्तर प्रदेश के 78वां वार्षिक महाधिवेशन में शनिवार को पॉवर कॉरपोरेशन के अध्यक्ष डॉ. आशीष गोयल ने कही।
उन्होंने कहा कि वे यहां केवल औपचारिक बातें करने नहीं आए हैं, बल्कि कॉरपोरेशन की वर्तमान स्थिति और चुनौतियों से सभी को अवगत कराने आए हैं। उन्होंने कॉरपोरेशन की वित्तीय स्थिति पर चिंता व्यक्त की। कहा कि वर्तमान में कॉरपोरेशन पर लगभग 55,000 करोड़ रुपये का घाटा है। इतना बड़ा घाटा किसी भी राज्य सरकार के लिए लंबे समय तक वहन करना संभव नहीं है, इसलिए हम सभी को मिलकर इस घाटे को कम करने का प्रयास करना होगा। उन्होंने अवर अभियंता संवर्ग की जायज मांगों और समस्याओं पर पदाधिकारियों के साथ अलग से बैठक कर समाधान किए जाने को लेकर आश्वस्त किया। साथ ही उन्होंने यह भी घोषणा की कि शीघ्र ही अवर अभियंता से सहायक अभियंता और सहायक अभियंता से अधिशासी अभियंता पद पर प्रोन्नति की जाएगी।
संगठन का मांग पत्र रखते हुए केंद्रीय महासचिव इं. बलवीर यादव ने कहा कि वर्तमान प्रबंधन की ओर से अवर अभियंता संवर्ग को प्रताड़ित करने की नीयत से लिए जा रहे निर्णयों पर तत्काल रोक लगाई जानी चाहिए। इं. आरके त्रिवेदी ने उत्तराखंड के पैटर्न पर अवर अभियंता संवर्ग के लिए 4800 ग्रेड वेतन समाप्त करने की मांग की। संगठन के केंद्रीय अध्यक्ष इं. अजय कुमार ने अध्यक्ष पावर कॉरपोरेशन और पूरी प्रबंधन टीम का आभार व्यक्त किया। उन्होंने निलंबन से बहाली के पश्चात कार्मिकों के विरुद्ध निचले स्तर पर व्यक्तिगत द्वेष के चलते की जा रही कार्रवाई पर तत्काल रोक लगाने की मांग की।
एक्यूआई कम करने को आईक्यू लगाइए.......
राज्य विद्युत परिषद् जूनियर इंजीनियर संगठन की ओर से रविन्द्रालय में हास्य कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का संयोजन व्यंग्य कवि राकेश वाजपेयी की ओर से किया गया। सम्मेलन की अध्यक्षता हास्य कवि अशोक झंझटी ने की। मंच का संचालन मुकुल महान ने किया। मुख्य अतिथि शिक्षाविद और समाजसेवी शिव शंकर अवस्थी रहे। शुभारंभ कुमारी कलश त्रिपाठी की ओर से प्रस्तुत वाणी वंदना से हुआ। कवियों और कवयित्रियों ने हास्य, व्यंग्य, सामाजिक सरोकार और मानवीय संवेदनाओं से परिपूर्ण काव्य पाठ कर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। कवियों में
पंकज प्रसून, मुकुल महान, अरविन्द झा, सुनयना त्रिपाठी और शिखा श्रीवास्तव प्रमुख रहे। कार्यक्रम का समापन इं. दीपक शर्मा ने किया।
