मदरसा फर्जी नियुक्ति कांड: पुलिस दे रही आरोपियों की तलाश में दबिश, जिला अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के अधिकारी व कर्मचारी रडार पर
लखनऊ, अमृत विचार: मदरसे में मृतक आश्रित कोटे पर फर्जी नियुक्ति कराने के आरोपियों की तलाश में तुलसीपुर पुलिस जुटी हुई है। लगातार आरोपियों के संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है। उधर, आरोपी गिरफ्तारी से बचने के लिए हाईकोर्ट पहुंचे हैं। ताकि उनको राहत मिले। एफआईआर दर्ज होने के चार दिन बाद भी आरोपी तक पुलिस का न पहुंचना कार्यशैली पर सवाल खड़े कर रहा है। चार दिन पहले जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी ने तुलसीपुर थाने में मदरसा जामिया अनवारुल उलूम में हुए मृतक आश्रित कोटे पर कनिष्ठ सहायक पद की नियुक्ति को फर्जी बताते हुए रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इसमें कूटरचित शपथ पत्र के ज़रिए धोखाधड़ी करने का प्रयास किया गया था।
जानकारी के मुताबिक एफआईआर दर्ज होने के बाद से ही आरोपी फरार हो गये हैं। वह अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए लगातार हाईकोर्ट में वकीलों के संपर्क में हैं। पुलिस भी हाईकोर्ट के फैसले का इंतजार कर रही है। पुलिस के मुताबिक लगातार दबिश दी जा रही है। जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा। वहीं, मामले के याचिकाकर्ता मो. इमरान ने बताया कि इस पूरे प्रकरण ने न सिर्फ मदरसा प्रबंधन की भूमिका को कठघरे में खड़ा किया है। साथ ही सरकारी निगरानी तंत्र और पुलिस पर भी गंभीर आरोप लगाये हैं।
