पापुआ न्यू गिनी में जनजातीय नरसंहार, गोलीबारी में 26 लोगों की मौत

पापुआ न्यू गिनी में जनजातीय नरसंहार, गोलीबारी में 26 लोगों की मौत

मेलबर्न। पापुआ न्यू गिनी में दो संघर्षरत जनजातियों के बीच गोलीबारी में कम से कम 26 लड़ाके और अपुष्ट संख्या में वहां खड़े लोग मारे गये। पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी। रॉयल पापुआ न्यू गिनी कांस्टेबुलरी के कार्यवाहक अधीक्षक जॉर्ज काकस ने ऑस्ट्रेलियन ब्रॉडकास्टिंग कॉर्पोरेशन (एबीसी) को बताया कि दक्षिण प्रशांत राष्ट्र के सुदूरवर्ती ईंगा प्रांत में रविवार को एक जनजाति के सदस्य, उनके सहयोगी और भाड़े पर लड़नेवाले सैनिक पड़ोस के एक जनजाति समुदाय के लोगों पर हमला करने के लिए जा रहे थे कि तभी उन पर घात लगाकर हमला किया गया।

 पुलिस आयुक्त डेविड मैनिंग ने बाद में घटना को दो संघर्षरत जनजातियों के बीच गोलीबारी करार दिया। मैनिंग ने बताया कि अपुष्ट संख्या में गांववाले भी मारे गये हैं। अधिकारी ने बताया कि पुलिस बल को घटनास्थल पर भेज दिया गया है। मैनिंग ने एबीसी को बताया, ''इस वक्त हम स्पष्ट रूप से नहीं कह सकते कि संघर्ष किस हद तक पहुंच चुका है। लेकिन सबसे जरूरी चीज संघर्ष क्षेत्र में अपनी मौजूदगी बनाना और नियंत्रण हासिल कर इस तरह की घटनाओं से निपटने के लिए काम करना है।'' 

काकस ने शुरू में 53 लोगों के मारे जाने की सूचना दी थी लेकिन बाद में सुरक्षा बलों ने मृतकों की संख्या 26 बताई। काकस ने बताया कि घटनास्थल, सड़कों और नदी के किनारे से शवों को बरामद कर पुलिस के ट्रकों के जरिये अस्पताल ले जाया गया। उन्होंने बताया कि सुरक्षाकर्मी अब भी गोली लगे, घायलों और झाड़ियों की ओर भागे लोगों की तलाश में जुटे हैं। 

वहीं ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज ने कहा कि उनकी सरकार पापुआ न्यू गिनी की सहायता करने के लिए तैयार है। पापुआ न्यू गिनी, ऑस्ट्रेलिया का निकटतम पड़ोसी है और सबसे ज्यादा ऑस्ट्रेलियाई विदेशी सहायता प्राप्त करने वाला देश है। अल्बनीज ने कहा, ''पापुआ न्यू गिनी से जो खबर आई है, वह बहुत परेशान करने वाली है।''

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