व्रत रखना हमारे शरीर के लिए भी होता है काफी फायदेमंद, यहां जानें इसके फायदे
व्रत जिसे हम उपवास या फ़ास्ट के नाम से जानते हैं। भारत में सदियों से ही उपवास रखने की परंपरा रही है। क्यूोंकि इसके धार्मिक और वैज्ञानिक दोनों फायदे हैं।
यही वजह है कि लोग व्रत चाहे नवरात्रि हो शिवरात्रि हो, सावन के सोमवार हो या फिर रमजान का पाक महीना या फिर हफ्ते में रखे जाने वाला एक दिन का उपवास उसे रखते हैं। इस तरह व्रत या उपवास कई मायनों में हमारे शरीर के लिए भी काफी फायदेमंद होता है। तो चलिए जानते हैं किस तरह व्रत से हमारे शरीर को फायदा मिलता है।
ब्लड प्रेशर रहता है नियंत्रित
रिसर्च के दौरान ये पता चला है कि इससे हमारे शरीर का ब्लड शुगर, ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है। ऐसे में ब्लड शुगर के पेशेंट के लिए भी असरदार हो सकता हैं। लेकिन ऐसे मरीज़ डॉक्टर की सलाह के बाद ही व्रत रखें।
दिल भी बेहतर तरीके से करता है काम
वहीं व्रत रखने से हमारा हार्ट भी बेहतर तरीके से काम करता है। व्रत से हार्ट डिजीज के रिस्क फैक्टर वाली बीमारियों पर नियंत्रण रखने में मदद मिलती है।
ब्रेन फंक्शन को इम्प्रूव करने में मिलती है मदद
वही हेल्थ एक्सपर्ट्स का भी मानना है फास्टिंग से ब्रेन फंक्शन को इम्प्रूव करने में काफी मदद मिलती है ।
लीवर भी ठीक ढंग से करता है काम
साथ ही अगर हम हफ्ते में एक भी दिन का व्रत रखते हैं तो इससे लिवर को एक ब्रेक मिलता है। इस दौरान बॉडी का डिटॉक्सिफिकेशन प्रोसेस तेज़ हो जाता है। लिवर शरीर के प्राइमरी फिलट्रेशन सिस्टम के ज़रिए शरीर में मौजूद टॉक्सिन्स को वेस्टेज में तब्दील कर देता है जिससे खून साफ होता है।
वजन भी होता है कम
इतना ही नहीं आपको जानकार हैरानी होगी कि व्रत शरीर में बढ़े वजन और शरीर की अतिरिक्त वसा को दूर करता है। एक रिसर्च के मुताबिक पूरे दिन का उपवास शरीर के वजन को 9% तक कम कर सकता है और 12-24 सप्ताह में बॉडी फैट को काफी हद तक कम करने में सहायक है।
उपवास से त्वचा भी बनती है बेदाग
व्रत हमारे शरीर के पाचन तंत्र के लिए भी फायदेमंद है। उपवास से हमारी त्वचा भी बेदाग बनती है। क्यूंकि अकसर हम रोजमर्रा के भोजन में तेल मसालों का इस्तेमाल करते हैं। ऐसे में व्रत करना हमारी स्किन के लिए काफी असरदार हो सकता है। उपवास रखने से शरीर डिटॉक्सीफाई होता है। जिससे त्वचा पहले से अधिक चमकदार दिखने लगती है।
एकाग्रता में भी होता है सुधार
व्रत का असर फिज़िकल हेल्थ के साथ-साथ मेंटल और इमोशनल हेल्थ पर भी पड़ता है। साथ ही हमारा मन एकाग्र होता है। व्रत का प्रभाव सिर्फ शारीरिक स्वास्थ्य पर ही नहीं, बल्कि मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य पर भी होता है। इससे एकाग्रता में सुधार हो सकता है। साथ ही ध्यान केंद्रित करने में मदद मिल सकती है। यहीं नहीं, चिंता-तनाव और अनिद्रा जैसी परेशानी दूर करने के लिए भी उपवास को जाना जाता है।
कुल मिलाकर देखा जाए तो उपवास करने से व्यक्ति को भावनात्मक रूप से शांत रहने और खुशी का एहसास करने में सहायता मिल सकती है।
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