हल्द्वानी: कैदियों के उपचार का खर्चा बढ़ा, फिर भी बजट घटाया

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Published By Bhupesh Kanaujia
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हल्द्वानी, अमृत विचार। हल्द्वानी उप-कारागार में कैदियों और बंदियों के उपचार में होने वाले खर्च में बढ़ोत्तरी हो रही है। इसके बावजूद मौजूदा वित्तीय वर्ष में कैदियों के स्वास्थ्य पर होने वाले बजट को घटा दिया गया है। आगामी वित्तीय वर्ष में कितना बजट मिलेगा यह देखने की बात है।

हल्द्वानी उप-कारागार में वित्तीय वर्ष 2019-20 में कैदियों के उपचार के लिए 15 लाख रुपये का बजट मिला था। उप-कारागार की क्षमता से ज्यादा कैदी और बंदी होने की वजह से कैदियों के  उपचार में पूरा बजट खर्च हो गया। खर्च को बढ़ते देख इसके बाद बजट में भी बढ़ोत्तरी होती रही।

वित्तीय वर्ष 2022-23 में सरकार की ओर से कैदियों के उपचार के लिए 52 लाख रुपये का बजट मिला। करीब पूरी रकम ही खर्च हो गई। इधर मौजूदा वित्तीय वर्ष साल 2023-24 में कैदियों के उपचार के लिए 20 लाख रुपये का बजट मिला है। कैदियों के उपचार में जेल प्रशासन का खर्च बढ़ रहा है। इसके बावजूद बजट को कम कर दिया गया। यहां तक की 15 दिसंबर 2023 तक ही मिले बजट में में से 18.16 लाख रुपये खर्च हो गए हैं। 

क्षमता से ज्यादा कैदियों को रखा जाता है
हल्द्वानी। हल्द्वानी उप-कारागार में क्षमता से ज्यादा कैदियों को रखा जाता है। हल्द्वानी उप कारागार में 11 बैरक हैं। इनकी क्षमता 600 कैदी-बंदियों को रखने की है, मगर इन बैरकों में हल्द्वानी उप कारागार में एक बार में 1500 से 1600 कैदी व बंदी रहते हैं। यानी बंदियों और कैदियों की संख्या दोगुनी से अधिक है। 

हृदय रोग और टीबी के ज्यादा मरीज
हल्द्वानी। तिकोनिया निवासी हेमंत गौनिया को सूचना के अधिकार के तहत मिली जानकारी के अनुसार हल्द्वानी उप-कारागार के अनुसार हल्द्वानी में कैदियों को एलर्जी, हृदय रोग, टीबी जैसी बीमारियां ज्यादा होती हैं। साथ ही मौसमी बीमारियां जैसे सर्दी-जुकाम, बुखार आदि की समस्याएं आम हैं।

एक ही कैदी के उपचार में लगे 2.41 लाख रुपये
हल्द्वानी। हाल-फिलहाल के सालों में हल्द्वानी उप-कारागार में बंद एक विचाराधीन कैदी के उपचार में जेल प्रशासन केा 2.41 लाख रुपये खर्च करने पड़ गए। इसका उपचार अप्रैल 2019 से दिसंबर 2023 तक चला था।

एक अप्रैल 2019 से 15 दिसंबर 2023 तक हल्द्वानी उप-कारागार के 2.19 लाख कैदियों और बंदियों का उपचार किया गया है। बीमार कैदियों या बंदियों के उपचार के लिए जेल प्रशासन की ओर से यथा संभव प्रयास किए जाते हैं।-रामपाल सैनी, प्रभारी कारपाल, उप-कारागार हल्द्वानी 

हल्द्वानी उप-कारागार में बंदियों के उपचार के लिए मिला बजट
साल 2019-20-  15 लाख
साल 2020-21-   17 लाख
साल 2021-22-   22 लाख
साल 2022-23-   52 लाख
साल 2023-24-  20 लाख

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