रामनगर: उत्तराखंड के पांच बाघों की दहाड़ अब राजस्थान में भी देगी सुनाई

रामनगर: उत्तराखंड के पांच बाघों की दहाड़ अब राजस्थान में भी देगी सुनाई

रामनगर, अमृत विचार। देशभर में बाघो के संरक्षण की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा उत्तराखण्ड अब  बाघों को दूसरे राज्यो में भेजने के लिए भी सक्षम हो चुका है। राजस्थान में बाघों की संख्या बढ़ाने के लिए उत्तराखंड से पांच बाघ भेजने की सहमति बनी है। 

बाघ संरक्षण से जुड़े उच्च अधिकारियों की माने तो राजस्थान में बाघ संरक्षण के कार्य के तहत वहां की सरकार ने एनटीसीए (राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण) से उत्तराखंड से पांच बाघों को शिफ्ट कराने का अनुरोध किया था। सूत्रों के अनुसार, एनटीसीए ने इसके लिए सहमति दे दी है। हालांकि अभी यह तय नहीं है कि राजस्थान के लिए शिफ्ट किए जाने वाले बाघ उत्तराखंड के किस हिस्से से चिह्ननित किए जाएंगे। वह नेशनल पार्कों से जाएंगे या फिर इनसे बाहर किसी वन प्रभाग से इसे लेकर उत्तराखंड वन्यजीव समिति को निर्णय लेना है। 

 राज्य सरकार ने उत्तराखण्ड से फिलहाल चार बाघ  राजस्थान भेजे जाने की सैद्धांतिक सहमति प्रदान की है। अभी  प्रारम्भिक प्रक्रिया गतिमान है। जल्द ही यह कवायद धरातल पर पूरी हो जाएगी

- समीर सिन्हा मुख्य वन्य जीव प्रतिपालक उत्तराखण्ड