हल्द्वानी: नैनीताल जिले में खुली नई चौकियों और थानों के पास अपनी इमारत तक नहीं

हल्द्वानी: नैनीताल जिले में खुली नई चौकियों और थानों के पास अपनी इमारत तक नहीं

हल्द्वानी, अमृत विचार। राजस्व क्षेत्रों में नए थाने और चौकियां तो खुल गई हैं, लेकिन संसाधन अब भी शून्य हैं। आलम यह है कि नए थाने और चौकियों में तैनात पुलिस कर्मियों के पास सरकारी वाहन तक नहीं हैं। कई स्थानों पर तो नेटवर्क की भी समस्या है।

वर्ष 2023 में राज्य में छह थाने और 20 पुलिस चौकियां खोली गई थीं। नैनीताल जिले की बात करें तो यहां एक थाना और चार चौकियां खोली गई थीं। जिसमें खनस्यूं में थाना और ओखलकांडा, धानाचूली, हैड़ाखान व धारी में पुलिस चौकी बनाई गई थी। यहां राजस्व पुलिस के भवनों को ही रेग्युलर पुलिस चौकियों व थानों में तब्दील कर दिया गया। भवनों को वायरलेस से तो लैस कर दिया गया, लेकिन इंटरनेट की सुविधा पूरी तरह उपलब्ध नहीं हो पाई।

न तो थानेदारों को सीयूजी नंबर (क्लोज यूजर ग्रुप नंबर) जारी किए जा सका है और न ही अन्य संसाधन। आलम यह है कि कुमाऊं में खुले नए थानों को अभी तक सीसीटीएनएस (क्राइम एंड क्रिमिनल ट्रैकिंग नेटवर्क सिस्टम) से भी नहीं जोड़ा जा सका है। चौकी और थाने के सिपाही अपने निजी वाहनों से ही गश्त कर रहे हैं। एसएसपी प्रह्लाद नारायण मीणा ने बताया कि समय के साथ व्यवस्थाएं दुरुस्त की जा रही हैं। 


कुमाऊं में यहां खुले हैं थाने और चौकियां
खनस्यूं - थाना
ओखलकांडा, धानाचूली, हैड़ाखान, धारी - चौकी
देघाट व धौलझीना - थाना
मजखाली, जागेश्वर व भौनखाना - चौकी
बाराकोट - चौकी

राज्य में इन थाने, चौकियों के अधीन इतने गांव
देहरादून में खोली गई एक चौकी के अधीन 14 गांव, पौड़ी के 1 थाना व 1 चौकी के अधीन 270 गांव, टिहरी के 1 थाना व 3 चौकी के अधीन 267 गांव, चमोली के 1 थाना व 3 चौकी के अधीन 120 गांव, रूद्रप्रयाग के 2 चौकी के अधीन 104 गांव, उत्तरकाशी के 2 चौकी के अधीन 47 गांव, नैनीताल  के 1 थाना व 4 चौकी के अधीन 121 गांव, अल्मोड़ा के 2 थाना व 3 चौकी के अधीन 398 गांव और चम्पावत के 1 चौकी के कुल 103 गांव हैं।