गोंडा में बड़ा हादसा: रेल पटरी छिटकने से 9 श्रमिक घायल, रेल महकमें में हड़कंप

मनकापुर- मसकनवा रेखखंड के बीच मछमरवा गांव के समीप हुआ हादसा 

गोंडा में बड़ा हादसा: रेल पटरी छिटकने से 9 श्रमिक घायल, रेल महकमें में हड़कंप

गोंडा, अमृत विचा। गोंडा-बस्ती रेल खंड पर मछमरवा गांव के पास रेल पटरी छिटकने से ट्रैक पर काम कर रहे 9 श्रमिक घायल हो गए‌। हादसे के बाद रेल महकमें में हड़कंप मच गया। सूचना पर पहुंचे रेल अधिकारियों ने गोरखपुर की तरफ से गोंडा जा रही मालगाड़ी के जरिये सभी घायलों को गोंडा स्थित रेल हास्पिटल पहुंचाया जहां सभी का इलाज किया जा रहा है। पूर्वोत्तर रेलवे को डीईएम प्रांजल शुक्ला ने मौके पर पहुंचकर घटना की जानकारी ली और घटनास्थल का निरीक्षण किया। 

गोंडा बस्ती रेल खंड पर मनकापुर व मसकनवा रेलवे स्टेशन के बीच‌ मछमरवा गांव के निकट बृहस्पतिवार को ट्रैक मेन्टेनेंस का काम चल रहा था। श्रमिक रेल पटरी को गैस कटर से काट कर गैपिंग कर रहे थे इसी दौरान रेल पटरी अचानक छिटक‌ गयी और श्रमिकों के ऊपर जा गिरी। इस हादसे में दिनेश कुमार यादव, अमित कुमार, कैसुम हुसैन, हरीलाल यादव, छेदीलाल, सत्यानंद मिश्रा, महेंद्र कुमार, अंकित पटेल व अशोक कुमार घायल हो गए। 

75

हादसे की सूचना रेल अफसरों तक पहुंची तो महकमें में हड़कंप मच गया। आनन फानन मैं रेलवे को अधिकारी और जीआरपी मौके पर पहुंची और सभी घायल श्रमिकों को मालगाड़ी पर बैठाकर रेलवे अस्पताल पहुंचाया गया। सभी को इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। 

डाक्टरों के मुताबिक अधिकतर के श्रमिकों के हाथ पैर फ्रैक्चर हो गए हैं।  पूर्वोत्तर रेलवे के डीएमई प्रांजल शुक्ला ने घटनास्थल का निरीक्षण किया है। प्रांजल शुक्ला ने बताया कि गर्मी के महीने में रेल पटरी पिघलने के वजह से रेल पटरी को गैस कटर से काट कर गैपिंग किया जाता है। श्रमिक इसी मरम्मत में लगे थे। रेल पटरी का बीआरसी पंडाल लगभग 15 से 20 मीटर निकाल लिया गया था। इसी को बदलने को लिए उसे गैस कटर से काटा जा रहा था। इसी दौरान पटरी छिटक गयी और 9 श्रमिक घायल हो गए। श्रमिकों का इलाज चल रहा है और घटना की जांच की जा रही है।

7

6 महीने पहले भी इसी ट्रैक पर हुआ था हादसा

रेल ट्रैक की मरम्मत के दौरान 6 महीना पहले भी इस ट्रैक पर इसी तरह का हादसा हो चुका है। तब भी 8 श्रमिक गंभीर रूप से घायल हो गए थे लेकिन रेल महकमें के जिम्मेदारों ने हादसे से सबक नहीं लिया। बृहस्पतिवार के हादसे ने एक बार फिर से इस हादसे की याद दिला दी। 

दरअसल पिछले वर्ष 6 नवंबर को गोंडा गोरखपुर रेलखंड पर सोमवार को मोतीगंज व बरुआचक रेलवे स्टेशन के बीच‌ गेट संख्या 644/0 किलोमीटर के बीच रेल ट्रैक की मरम्मत का कार्य चल रहा था। कर्मचारी रेल की पटरी को काटकर उसे जोड़ने में जुटे हुए थे इसी दौरान पटरी को उठाते समय वह फिसल गई थी और उसकी सारी फिटिंग खुल गयी थी। फिटिंग खुलने से काम में जुटे कर्मचारी ट्रैक की चपेट में आ गए थे और 8 श्रमिक घायल हो गए थे। उस समय एनआई रेलवे मजदूर यूनियन के पदाधिकारियों ने पीडब्लूआई कार्यालय पर प्रदर्शन किया था और रेल अफसरों पर नियम विरुद्ध कार्य कराए जाने का आरोप लगाया था।

यह भी पढ़ें:-कौशांबी: शराब ठेकेदार के बेटे ने थानेदार की कुर्सी पर बैठकर बनाया रील, Video वायरल

 

ताजा समाचार

लखनऊ: पीक सीजन को लेकर रेलवे टिकटों की कालाबाजारी, आरपीएफ में 57 दलालों को पड़कर किया गिरफ्तार
बरेली:ससुराल में विवाहिता की मौत, महिला समेत दो बच्चों की हत्या का लगाया आरोप
सीएम योगी ने Congress पर साधा निशाना, कहा- कांग्रेस के कई नेताओं ने सनातन को बदनाम करने का प्रयास किया
अयोध्या: कई बार घोषणा के बाद भी समिति में 15 साल से ताला बंद, 7000 किसान परेशान 
देहरादून: चारधाम यात्रा के लिए आ रहे हैं तो कैसे होना चाहिए वाहन और बनाना होगा कौन सा कार्ड जान लें...वरना पड़ सकता है खलल
अयोध्या: प्रबंधन व DIOS की रार में फंस गया बच्चों का भोजन, राजकरण वैदिक पाठशाला इंटर कॉलेज का मामला