हल्द्वानी: नव संवत्सर 2081:  कैसे रहेगा यह वर्ष जानिए...

हल्द्वानी: नव संवत्सर 2081:  कैसे रहेगा यह वर्ष जानिए...

हल्द्वानी, अमृत विचार। भारतीय नववर्ष की शुरुआत चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से होता है। ब्रह्म पुराण में मान्‍यता है कि चैत्र शुक्ल प्रतिपदा को ही सृष्टि बनी इसलिए यही वो दिन है जब से भारत वर्ष की काल गणना की जाती है। हेमाद्रि के ब्रह्म पुराण के अनुसार, ब्रह्मा जी ने पृथ्वी की रचना चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा के दिन की थी।

संवत का नाम 'पिंगल' 
चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि 9 अप्रैल दिन मंगलवार को है। इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग और अमृत सिद्धि योग में नव विक्रम संवत्सर-2081 और चैत्र नवरात्रि की शुरुआत होगी। इस बार शुरू हो रहे संवत का नाम 'पिंगल' है। इस साल ग्रह मंडल का राजा 'मंगल' और मंत्री 'शनि' होंगे। ज्योतिष विज्ञानियों के मुताबिक, इनके असर से कई क्षेत्रों में परेशानियां बढ़ेंगी, लेकिन रियल एस्टेट, सिनेमा, रंगमंच, शिक्षा व्यवस्था, नारी शक्ति और अर्थव्यवस्था में सुधार होगा। ऑटोमोबाइल, तकनीक, दूरसंचार, कंप्यूटर, रोबॉटिक्स और AI के लिहाज से भी यह नया साल शुभ होगा।

इस वर्ष गर्मी करेगी परेशान
ज्योतिषाचार्य कैलाश पांडे ने बताया कि नवसंवत्सर के प्रवेश की लगन 'धनु' होने से गुरु पंचम त्रिकोण में मित्र राशि में है। इससे सत्ता में बैठे व्यक्ति की बुद्धिमत्ता से परिस्थितियों का समाधान निकलेगा। इसके साथ भारत की सैन्य ताकत बढ़ेगी। वहीं, राजनीतिक उथल-पुथल रहेगी। तूफान, भूकंप, प्राकृतिक आपदा से जन-धन की हानि की आशंका है। इसके साथ पृथ्वी का तापमान बढ़ेगा। झुलसा देने वाली गर्म हवाओं से पशु-पक्षी, फल-फूल, वनस्पतियों को नुकसान होगा।

नए संवत्सर 2081 में ग्रह मंडल का राजा 'मंगल' और मंत्री 'शनि' है। ग्रह मंडल में सस्येश मंगल, धान्येश चंद्र, रसेश गुरु, नीरसेश मंगल, मेघेष शनि, फलेश शुक्र, धनेश मंगल और दुर्गेश शनि भी होंगे। इनमें सात स्थानों पर क्रूर ग्रहों का अधिकार होगा और बाकी तीन स्थान सौम्य ग्रह को मिले हैं। राजा सहित कुल चार विभाग अकेले मंगल के अधीन हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, मंगल और शनि दोनों बहुत प्रचंड हैं। इससे मंगल के कारण 'जिसकी लाठी उसकी भैंस' वाली स्थिति बनेगी। वहीं, शनि के कारण 'अपनी करनी की सजा' भी पाएंगे।

भारतीय ज्योतिष के अनुसार हर साल नया वर्ष जिस दिन शुरू होता है, उसी के आधार पर उस साल का कोई ग्रह राजा होता है। पूरे साल इस ग्रह का मानव जीवन पर असर पड़ता है। अब संवत 2081 की शुरुआत हो रही है, इस संवत के राजा मंगल ग्रह हैं। मंगल ग्रहों के सेनापति और पराक्रम, साहस, सेना प्रशासन, सिद्धांत के कारक हैं। इसलिए हिंदू नव वर्ष में अग्रेसिव घटनाएं घट सकती हैं। इसके चलते नया साल काफी उथल पुथल वाला रहेगा और कड़ा प्रशासन देखने को मिलेगा। साथ ही देश दुनिया में हैरान करने वाली घटनाएं होंगी।

जगलग्न के अनुसार लग्न को शनि पंचम भाव में गुरु सूर्य के साथ देखता है। भारत के पड़ोसियों, खाड़ी देशों और संयुक्त राज्य अमेरिका के किसी भी प्रांत में प्राकृतिक आपदाओं से सार्वजनिक संपत्ति की हानि होगी। चतुर्थ भाव में बुध नीच का शुक्र उच्च राहु के साथ भारत में कुछ स्थानों पर आतंकवादी घटनाओं से क्षति होगी। सूर्य पंचम भाव में है और शनि की अशुभ दृष्टि के कारण विश्व का राजनीतिक वातावरण संघर्षपूर्ण रहेगा. मुद्रा अवमूल्यन के कारण यूरोपीय देशों को आर्थिक मंदी का अनुभव होगा अधिकांश यूरोपीय देश भारत और उसके पड़ोसी देशों में व्यापार बढ़ाने की होड़ में शामिल होंगे।

कैसा रहेगा आपकी राशि के अनुसार यह वर्ष
1– मेष राशि – पूर्व निर्धारित कार्य पूर्ण होंगे। व्यापार सुचारू रूप से चलेगा। व्यापार में लाभ प्राप्त करेंगे। आकस्मिक धन लाभ होने की संभावना। भौतिक सुख सुविधाओं में धन खर्च होगा। दांपत्य जीवन सुखमय बीतेगा। भाई बंधुओ से विवाद की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। संतति के स्वास्थ्य को लेकर चिंता रह सकती है। माता-पिता से सहयोग प्राप्त करेंगे। नौकरी पेशा वर्ग के लिए सामान्य समय है। स्थान परिवर्तन के योग बन रहे हैं। विद्यार्थी वर्ग के लिए समय शुभ है। कला के क्षेत्र में रुझान बढ़ेगा। रोजगार हेतु प्रयासरत जातकों को सफलता प्राप्त होगी। स्वास्थ्य सामान्य रहेगा। मानसिक तनाव की स्थिति बनी रहेगी। यात्राएं सफल रहेगी। लाभ हेतु शिव जी को जल अर्पित करें हनुमान चालीसा का प्रतिदिन पाठ करें गाय को गुड और रोटी खिलाएं।

2– वृषभ राशि – व्यापार में सामान्य लाभ होगा। आय की अपेक्षा व्यय अधिक होंगे। नया वाहन खरीदने हेतु शुभ समय है। विद्यार्थी वर्ग का शिक्षा के प्रति रूझान बढ़ेगा। प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता प्राप्त करेंगे। नौकरी पेशा वर्ग को सहकर्मियों के उदासीन व्यवहार के कारण तनाव रह सकता है। पारिवारिक जीवन सामान्य रहेगा। प्रेम प्रसंग मधुर रहेंगे। स्वास्थ्य मध्यम रहेगा व यात्राएं सफल रहेगी। लाभ हेतु सरस्वती उपासना अधिक करें। तनाव कम करने हेतु शिव जी को जल अर्पित करें। ॐ सोम सोमाय नमः का प्रतिदिन 108 बार जाप करें।

3– मिथुन राशि – व्यापार में सामान्य लाभ प्राप्त करेंगे। नए व्यापार में निवेश करने से बचें। आकस्मिक धन खर्च होने के योग बन रहे हैं। विदेश गमन के योग चल रहे हैं। भाई–बंधुओ, मित्रों से विशेष सहयोग प्राप्त करेंगे। माता-पिता के स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दें। प्रेम प्रसंग मधुर रहेंगे। दांपत्य जीवन सुखमय बीतेगा। विद्यार्थी वर्ग के लिए समय शुभ है। अविवाहित जातकों का विवाह संपन्न हो सकता है। स्वास्थ्य सामान्य रहेगा। यात्राएं कष्टकारी रहेगी। लंबी यात्रा करने से बचें। लाभ हेतु सूर्य को जल अर्पित करें। हनुमान चालीसा का पाठ करें। गणेश जी को दूर्वा अर्पित करें।

4– कर्क राशि – शनि की ढैया का प्रभाव रहेगा। व्यापार में मंदी व शिथिलता रहेगी। संचित धन को सोच समझकर खर्च करें आर्थिक संकट रह सकता है। माता-पिता व कुटुंब जनों से सहयोग प्राप्त करेंगे। संतान पक्ष से शुभ समाचार प्राप्त होगा। रोजगार हेतु प्रयासरत जातकों को सफलता मिल सकती है। दांपत्य जीवन सामान्य रहेगा। प्रेम प्रसंग मधुर रहेंगे। नौकरी पेशा वर्ग के लिए समय सामान्य है। स्वास्थ्य मध्यम रहेगा। मानसिक तनाव व चोट लगने की संभावना। अतः वाहन सावधानी से चलाएं। शनिवार को लंबी यात्रा करने से बचें। लाभ हेतु सूर्य को जल अर्पित करें। शिव आराधना अधिक करें। शनिवार को पीपल के वृक्ष पर जल चढ़ाएं व दीपक प्रज्वलित करें। 

5– सिंह राशि – व्यापार में उतार-चढ़ाव रहेंगे। नए व्यापार में निवेश करने से बचें। कुटुंब में विवाद की स्थिति उत्पन्न हो सकती है क्रोध पर नियंत्रण रखें वाणी संयमित रखें।  दांपत्य जीवन में उतार-चढ़ाव रहेंगे। नौकरी पेशा वर्ग को अपना कार्य गंभीरता से करना चाहिए अन्यथा सहकर्मियों के साथ विवाद की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। विद्यार्थी वर्ग शिक्षा के प्रति उदासीन रहेंगे। स्वास्थ्य मध्यम रहेगा। मानसिक तनाव रहेगा। धार्मिक यात्राएं हो सकती हैं। लाभ हेतु सूर्य को जल अर्पित करें मानसिक शांति हेतु ॐ सोम सोमाय नमः का प्रतिदिन 108 बार जाप करें।

6– कन्या राशि – व्यापार स्थिर रहेगा तथा धन लाभ होगा। कुटुंब का उत्तम सुख प्राप्त होगा। निसंतान दंपतियों को संतति प्राप्त होने के योग बन रहे हैं। दांपत्य जीवन सुखमय बीतेगा। प्रेम प्रसंग मधुर रहेंगे। विद्यार्थी वर्ग के लिए समय शुभ है। प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता प्राप्त करेंगे। भूमि भवन क्रय विक्रय से धन लाभ होने की संभावना। नौकरी पेशा वर्ग के लिए समय शुभ है। पदोन्नति व स्थान परिवर्तन के योग बन रहे हैं। स्वास्थ्य नरम गरम बना रहेगा। धार्मिक यात्राएं सफल रहेगी। लाभ हेतु सूर्य को जल अर्पित करें। गाय को चारा खिलाएं भगवान गणेश को दूर्वा अर्पित करें।

7– तुला राशि – व्यापार में सामान्य लाभ प्राप्त होगा। नए व्यापार में पूंजी निवेश करने से पूर्व विचार करें। पारिवारिक जीवन तनावपूर्ण रहेगा। सामाजिक स्तर पर अपयश प्राप्त हो सकता है अतः दूसरों के विवाद में पड़ने से बचें। प्रवास गमन के योग चल रहे हैं। दांपत्य जीवन में उतार चढ़ाव रहेंगे। प्रेम संबंधों में परस्पर आकर्षण बड़ेगा। धर्म के प्रति रुचि बढ़ेगी। धर्मस्थल की यात्राएं संभव है। नौकरी पेशावर वर्ग के लिए समय सामान्य है। विद्यार्थी वर्ग शिक्षा के प्रति उदासीन रहेंगे। स्वास्थ्य मध्यम रहेगा। लाभ हेतु शिव आराधना करें। देवी सरस्वती की विशेष पूजा अर्चना करें।

8– वृश्चिक राशि – व्यापार में यथावत लाभ प्राप्त करेंगे। नए व्यापार में निवेश करने हेतु समय अनुकूल नहीं है। नया वाहन खरीदने के योग बन रहे हैं। पारिवारिक जीवन में विवाद की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। किसी भी कारणवस घर परिवार से दूर रहने की संभावना। संतान से विरोध पैदा हो सकता है। क्रोध पर नियंत्रण रखें वाणी संयमित रखें। भूमि संबंधी विवाद उत्पन्न हो सकता है। नौकरी पेशावर अपने कार्य के प्रति गंभीर रहे। स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां, दुर्घटना होने की संभावना व वाहन भय बना रहेगा। लंबी यात्रा करने से बचें। लाभ हेतु हनुमान चालीसा बजरंग बाण का पाठ करें मंगलवार को सुंदरकांड अवश्य पढ़ें। गाय को गुड लगाकर रोटी खिलाएं। पीपल के वृक्ष पर शनिवार को दीपक प्रज्वलित करें। 

9– धनु राशि– व्यापार में लाभ प्राप्त करेंगे। मन प्रसन्न रहेगा। संतान सुख प्राप्त होगा। व्यापार में अच्छे अवसर प्राप्त होंगे। राजकीय सेवाओं के पूर्ण योग बन रहे हैं। सामाजिक यश प्रतिष्ठा प्राप्त करेंगे। कुटुंब जनों का सहयोग प्राप्त होगा। संतान पक्ष से शुभ समाचार प्राप्त होगा। नौकरी पेशा वर्ग के लिए समय शुभ है। स्वास्थ्य सामान्य रहेगा। यात्राएं सफल रहेगी। लाभ हेतु विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें। प्रतिदिन सूर्य को जल अर्पित करें।

10– मकर राशि – व्यापार में उतार-चढ़ाव रहेंगे जिसके कारण आर्थिक पक्ष कमजोर रह सकता है। भाग्योदय में बाधा उत्पन्न होगी। निरर्थक भाग दौड़ बनी रहेगी। कुटुंब जनों का सहयोग प्राप्त करेंगे। संतान सुख प्राप्त हो सकता है। आय की अपेक्षा व्यय अधिक होगा। नौकरी में तनाव की स्थिति रहेगी। प्रवास गमन के योग। दांपत्य जीवन सुखमय बीतेगा। प्रेम प्रसंग मधुर होंगे। स्वास्थ्य मध्यम रहेगा। मानसिक तनाव की स्थिति रहेगी। वाहन सावधानी से चलाएं। लाभ हेतु हनुमान चालीसा का पाठ करें। शनिवार को शनि मंदिर में चार मुखी दीपक प्रज्वलित करें।  बुजुर्गों का सम्मान करें।

11– कुंभ राशि – कभी उत्साह कभी निराशा रहेगी। व्यापार में सामान्य लाभ होगा। क्रोध अधिक रहेगा। अपयश के भागी बन सकते हैं। दूरस्थ यात्रा कष्टदायक होगी। आकस्मिक दुर्घटना घटित हो सकती है अतः स्वयं वाहन संचालित ना करें। कुटुंब जनों व भाई बंधुओ का सहयोग बना रहेगा। विद्यार्थी वर्ग के लिए समय शुभ है शिक्षा में नए आयाम स्थापित करेंगे। रोजगार के लिए प्रयासरत जातकों को नौकरी प्राप्त होने के योग बन रहे हैं। स्वास्थ्य मध्यम रहेगा। लाभ हेतु बजरंग बाण का प्रतिदिन पाठ करें। शनिवार को पीपल के वृक्ष पर जल चढ़ाएं व सरसों के तेल से दीपक प्रज्वलित करें। 

12– मीन राशि – सामाजिक यश प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। व्यापार में लाभ प्राप्त करेंगे। संतान पक्ष से शुभ समाचार प्राप्त होगा। दांपत्य जीवन का विशेष सुख प्राप्त करेंगे। प्रेम प्रसंग मधुर रहेंगे। राजकीय सेवाएं विशेष लाभ देगी। दीर्घकालीन न्यायालय संबंधी मामलों में विजय प्राप्त करेंगे। नौकरी पेशा वर्ग के लिए समय शुभ है। स्वास्थ्य मध्यम रहेगा। चर्म रोग, उदर रोग व वाहन दुर्घटना होने की संभावना। शनिवार को लंबी यात्रा करने से बचें। लाभ हेतु विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें। शिवजी को जल अर्पित करें। शनिवार को शनि मंदिर में चार मुखी दीपक जलाएं। जरूरतमंदों की सहायता करें, गाय को चारा दान करें।