सीतापुर: मतदान बहिष्कार के बाद जागे जिम्मेदार,16 वर्ष से बंद सढ़ियामऊ रेलवे क्रॉसिंग पर जल्द बनेगा अंडरपास!

सीतापुर: मतदान बहिष्कार के बाद जागे जिम्मेदार,16 वर्ष से बंद सढ़ियामऊ रेलवे क्रॉसिंग पर जल्द बनेगा अंडरपास!

महोली/सीतापुर,अमृत विचार। विकासखंड इलाके के आम और खास लोगों के लिए बीते 16 वर्षों से सिरदर्द बनी सढ़ियामऊ की रेलवे क्रॉसिंग अब नया इतिहास लिखने जा रही है। मतदान बहिष्कार के आंदोलन के बाद यहां शीघ्र ही अंडरपास बनने जा रहा है। क्रॉसिंग के समीप इसको लेकर सामग्री की आपूर्ति भी शुरू हो गई है। बीते कई माह से इस इलाके के करीब दो दर्जन गांवों के मतदाता रेलवे क्रॉसिंग की बहाली को लेकर सामूहिक रूप से मतदान बहिष्कार का ऐलान कर रहे थे। पुलिस-प्रशासन के सारे प्रयास विफल थे। लेकिन आदर्श आचार संहिता के दौरान जनहित में केंद्र सरकार की इस दरियादिली को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं। 
                    
बताते चले कि उरदौली गांव राष्ट्रीय राजमार्ग-30 के किनारे बसा है। इसकी आबादी करीब 6700 है। जलालपुर और सढ़ियामऊ इसके मजरा हैं। उरदौली से सढ़ियामऊ होते हुए सीधा रास्ता मिश्रिख-नैमिषारण्य जाता है। ग्रामीण बताते है कि वर्ष 2008 में रेल विभाग ने मानव रहित सढ़ियामऊ रेलवे क्रॉसिंग को गाटर लगाकर अवरुद्ध कर दिया था। इससे चार पहिया वाहन निकलने पर रोक लग गई थी। लोगों ने जब विरोध शुरू किया तो रेलवे ने और गाटर लगा दिए। जिससे दो पहिया वाहनों का आवागमन भी मुश्किल हो गया। अब इलाके के करीब 26 गांवों के करीब 50 हजार लोगों को 10 किलोमीटर का अतिरिक्त फेर लगाकर महोली आना पड़ता है। जिससे लोगों में लगातार शासन- प्रशासन के खिलाफ आक्रोश बढ़ता जा रहा था। 

2012 के विधानसभा चुनाव के समय सपा नेता अनूप गुप्ता ने जनहित में सढ़ियामऊ रेलवे क्रॉसिंग को मुद्दा बनाया। वो तो चुनाव जीत गये लेकिन रेल-मंत्रालय के कानों पर जूं तक नहीं रेंगी। इसके बाद विधानसभा और लोकसभा चुनाव में सढ़ियामऊ रेलवे क्रॉसिंग सियासी मुद्दा बनती रही लेकिन समस्या का समाधान नहीं हुआ।

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