अल्मोड़ा: प्रवक्ताओं के नौ पदों में से सात पद लंबे समय से रिक्त 

अल्मोड़ा: प्रवक्ताओं के नौ पदों में से सात पद लंबे समय से रिक्त 

अल्मोड़ा, अमृत विचार। प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा व्यवस्था को चाक चौबंद बनाने का शिक्षा महकमा लाख दावे क्यों ना करे। लेकिन सच्चाई बिल्कुल इसके उलट है। हालात ऐसे है कि ग्रामीण क्षेत्रों में संशाधनों की कमी के कारण नौनिहालों की बुनियादी शिक्षा लगातार कमजोर होती जा रही है। लेकिन अभिभावकों की तमाम शिकायतों के बाद भी शिक्षा विभाग संशाधनों की कमी को पूरा करने में लगातार नाकाम साबित हो रहा है। 

ऐसा ही कुछ हाल जिले के धौलादेवी विकास खंड के राजकीय इंटर कालेज नैनी चौगर्खा का है। इस इंटरमीडिएट कालेज में इंटर की कक्षाओं में अध्ययनरत छात्र छात्राओं को विभिन्न विषयों का ज्ञान देने के लिए प्रवक्ताओं के नौ पद सृजित किए गए हैं। जिनमें से सात पद लंबे समय से रिक्त चल रहे हैं। विद्यालय में हिंदी, भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, गणित, अंग्रेजी, समाजशास्त्र, राजनीति विज्ञान जैसे महत्वपूर्ण विषयों के प्रवक्ता ही तैनात नहीं हैं। जिस कारण इन विषयों के छात्र छात्राओं का शिक्षण कार्य राम भरोसे चल रहा है।

अभिभावकों ने बड़ी उम्मीद के साथ अपने पाल्यों और विज्ञान और गणित जैसे विषयों की पढ़ाई के लिए इस विद्यालय में भर्ती कराया है। लेकिन शिक्षा विभाग की लावपरवाही के कारण जहां अभिभावकों की उम्मीदें टूटती जा रही हैं। वहीं नौनिहालों का भविष्य भी लगातार गर्त की ओर जा रहा है।

अभिभावकों ने बताया कि विद्यालय में प्रधानाचार्य का पद भी लंबे समय से रिक्त चल रहा है। लेकिन कई बार की मांग के बाद भी विभाग प्रधानाचार्य और प्रवक्ताओं के रिक्त पदों पर कार्मिकों की तैनाती नहीं कर रहा है। अभिभावक रामपाल ने कहा है कि अगर नए शिक्षा सत्र में शीघ्र यहां प्रवक्ताओं की तैनाती नहीं की गई तो अभिभावकों को मजबूरन आंदोलन करना पड़ेगा। इधर मुख्य शिक्षा अधिकारी अंबादत्त बलौदी का कहना है कि रिक्त पदों की सूची निदेशालय को भेजी गई है। नियुक्तियां निदेशालय स्तर से ही संभव हैं।