प्रतापगढ़ : पीएम मोदी की जनसभा में पांच चक्रीय अभेद्य सुरक्षा 

भाजपा प्रत्याशियों के पक्ष में जीआईसी ग्राउंड पर माहौल बनाएंगे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

 प्रतापगढ़ : पीएम मोदी की जनसभा में पांच चक्रीय अभेद्य सुरक्षा 

प्रतापगढ़ अमृत विचार : पांचवें चरण के लिए कौशाम्बी में 20 मई व प्रतापगढ़ संसदीय सीट पर छठवें चरण में 25 मई को वोटिंग होगी। भाजपा प्रत्याशियों के पक्ष में माहौल बनाने के लिए 16 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जीआईसी मैदान पर आ रहे हैं। अभेद्य सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं। वह पांच चक्रीय सुरक्षा में रहेंगे।
शहर के जीआईसी ग्राउंड में 16 मई को आ रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पांच चक्रीय अभेद्य सुरक्षा घेरे में रहेंगे। जमीन से लेकर आसमान तक सुरक्षा कवच रहेगा। पांच चक्रीय सुरक्षा प्लान अभेद्य है।

भाषण के समय प्रधानमंत्री एसपीजी के घेरे में रहेंगे तो एसपीजी स्नाइपर्स से लेकर एटीएस कमांडो, स्पेशल एसआई टीम और अंतिम घेरे में स्थानीय पुलिस मौजूद रहेगी। सुरक्षा में लगे अफसर ड्रोन और सीसीटीवी कैमरे मैदान और हैलीपैड की पल-पल की गतिविधियों पर आंखें गड़ाए रहेंगे। अफसरों ने सुरक्षा की रणनीति को अंतिम रूप दिया। इसमें प्रधानमंत्री के आगमन, उनका गाड़ी में बैठना, मंच पर पहुंचना, वहां से वापस लौटना, फिर गाड़ी में सवार होना और हैलीपैड स्थल तक जाने के साथ रूट डायवर्जन और पार्किंग को लेकर रिहर्सल किया गया। पीएम की सुरक्षा में एसपीजी, स्नाईपर्स, कमांडो, पीएसी और स्थानीय पुलिस रहेगी।

सभास्थल की 100 से 200 मीटर की परिधि में ड्रोन कैमरे से निगरानी की जाएगी। मंडलायुक्त प्रयागराज, एडीजी भानु भाष्कर समेत आला अधिकारियों ने पुलिस लाइन स्थित हेलीपैड व जीआईसी का भ्रमण कर जायजा लिया। डीएम संजीव रंजन व एसपी सतपाल अंतिल ने बुधवार को व्यवस्था से जुड़े अधिकारियों को निर्देश देते रहे। एसपी सतपाल अंतिल ने बताया कि पीएम की सुरक्षा अभेद्य रहेगी। सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं।

 सीएम को काला झंडा दिखाने वाला सपा नेता पुलिस हिरासत में

 पीएम नरेंद्र मोदी के आगमन को लेकर पुलिस अलर्ट है। दिलीपपुर पुलिस ने करमाही गांव में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आगमन पर 15 दिसंबर 2018 में काला झंडा दिखाने वाले सपा नेता अरविंद यादव उर्फ गुड्डू निवासी मरुआन को दिलीपपुर पुलिस ने बुधवार को हिरासत में ले लिया। अरविंद यादव उर्फ गुड्डू सपा के सक्रिय कार्यकर्ता और पदाधिकारी हैं। पुलिस ने उन्हें अपनी निगरानी में रखा है। एसओ दिलीपपुर राधेश्याम ने बताया की सुरक्षा के दृष्टिकोण से ऐसा किया गया।