हल्द्वानी: बनभूलपुरा से छात्राओं के लापता होने के मामले में बहन-बहनोई, दोस्त और मामा पर लगा पॉक्सो

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Published By Bhupesh Kanaujia
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हल्द्वानी, अमृत विचार। बनभूलपुरा से अगवा किशोरियों के मामले में अपहरणकर्ताओं की मुश्किलें और बढ़ गई हैं। पुलिस ने नाबालिग आरोपी के दोस्त, बहन-बहनोई और मामा पर अपहरण के साथ पॉक्सो एक्ट भी लगा दिया है। उन्हें बुधवार को न्यायालय के समक्ष पेश किया गया, जहां से सभी को जेल भेज दिया गया। वहीं बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश करने के बाद किशोरियों को उनके परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया। 

बनभूलपरा के जवाहरनगर से बीती 20 जून को 9वीं और 11वीं कक्षा में पढ़ने वाली दो किशोरियों का अपरहरण किया गया। दोनों को उन्हीं के मोहल्ले में रहने वाला समुदाय विशेष का किशोर ले गया था। 25 जून को पुलिस ने किशोरियों को मंसूरपुर मुजफ्फरनगर रेलवे स्टेशन से बरामद किया, जहां से आरोपी नाबालिग भी पकड़ा गया। पुलिस की पड़ताल में सामने आया कि इस पूरे मामले का मास्टर माइंड नाबालिग आरोपी का मामा लाइन नंबर 17 बनभूलपुरा निवासी अब्दुल समी उर्फ भोला था। इसी के कहने पर नाबालिग आरोपी ने किशोरियों को बरगलाया और अपहरण कर लिया।

वह भी सिर्फ इसलिए क्योंकि अब्दुल समी ने भी दूसरे समुदाय की लड़की से ठीक इसी तरह शादी की थी। बदायूं में रहने वाली आरोपी की बहन मृदाटोला सहसवान बदायूं निवासी निशा उर्फ नूरीन व उसके पति उजैर उर्फ आसिफ ने उन्हें अपने घर में न सिर्फ संरक्षण दिया, बल्कि भागने में मदद की और पुलिस को भी गुमराह किया।

इस पूरे मामले में विहारी सिखेड़ा मुजफ्फरनगर निवासी आमिल भी शामिल था, जो आरोपी का दोस्त है। मंगलवार को इन सभी की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने कड़ी पूछताछ की। जिसके बाद इनके खिलाफ मानव तस्करी व पाक्सो अधिनियम की धारा बढ़ा दी। बुधवार को सभी को न्यायालय के समक्ष पेश किया गया, जहां से इन्हें जेल भेज दिया गया। 

मामा बढ़ाने वाला था नाबालिग छात्राओं की उम्र
आरोपियों का प्लान था कि दिल्ली से दोनों छात्राओं को मुम्बई भेजा जाएगा। जहां उनकी शादी कराई जाएगी और वह वहीं नौकरी करेंगे। मामा के प्लान में था कि घर छोड़ने से पहले दोनों छात्राएं अपने साथ आधार कार्ड भी लगाएंगी। ताकि वह आधार कार्ड में उनकी उम्र बढ़ा कर 18 कर सके। इससे उन्हें मुम्बई में नौकरी और शादी करने में दिक्कत नहीं होती, लेकिन लड़कियां अपने साथ आधार कार्ड नहीं ले गई थीं। बावजूद इसके मामा ने प्लान नहीं बदला। बदलाव सिर्फ इतना हुआ कि उसने अपने भांजे से कहा कि जब वह बालिग हो जाएं तो शहर आ सकते हैं। इससे वह कानूनी शिकंजे में नहीं फसेंगे।

आरोपियों के विरुद्ध पाक्सो एक्ट की धारा बढ़ाई गई है। गहनता से जांच की जा रही है। आगे जिस भी तरह के साक्ष्य मिलेंगे, कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल सभी आरोपियों को न्यायालय के आदेश पर जेल भेज दिया गया है।
- प्रह्लाद नारायण मीणा, एसएसपी

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