'हम यहां हैं और लड़ रहे हैं', अमेरिकी सांसदों ने हिंदुओं को भेदभाव और 'हिंदूफोबिया' के खिलाफ किया आश्वस्त 

Amrit Vichar Network
Published By Bhawna
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वाशिंगटन। प्रमुख अमेरिकी सांसदों ने अमेरिका में अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय के खिलाफ बढ़ते ‘हिंदूफोबिया’ और भेदभाव के खिलाफ लड़ने के लिए भारतीय अमेरिकियों को अपना समर्थन देने का वादा किया है। हिंदूफोबिया से आशय हिंदू धर्म और हिंदुओं के प्रति विरोधी और अपमानजनक दृष्टिकोण और व्यवहार करने से है। उत्तरी अमेरिका के हिंदुओं के गठबंधन (सीओएचएनए) द्वारा आयोजित तीसरे राष्ट्रीय हिंदू समर्थन दिवस में 28 जून को कई हिंदू छात्रों, शोधार्थियों और सामुदायिक नेताओं ने भाग लिया तथा अमेरिका में रहने वाले हिंदुओं की चिंताओं पर चर्चा की। 

कांग्रेस सदस्य थानेदार ने वाशिंगटन में एक दिवसीय समर्थन दिवस में अपने संबोधन में कहा, "हम यहां हैं और हम लड़ रहे हैं। थानेदार ने कहा, "आप सभी के पास जो आवाज है, वही आवाज कांग्रेस में हिंदू समुदाय के पास है।" डेमोक्रेटिक पार्टी के सदस्य थानेदार ने सदन में ‘हिंदूफोबिया’ और मंदिरों पर हमलों की निंदा वाला प्रस्ताव पेश किया है। इसमें हिंदू अमेरिकी समुदाय के योगदान की सराहना की गई है। उन्होंने कहा कि वे हिंदूफोबिया, भेदभाव या नफरत के अन्य रूपों को बर्दाश्त नहीं करेंगे। कांग्रेस सदस्य रिच मैककॉर्मिक ने नीति निर्माण में हिंदू अमेरिकी और भारतीय अमेरिकी समुदाय की निरंतर बढ़ती भागीदारी और अमेरिका के भविष्य को बदलने की इसकी क्षमता का स्वागत किया। 

रिपब्लिकन पार्टी के सांसद ने हिंदू अमेरिकियों के योगदान का सम्मान करते हुए सदन के प्रस्ताव 1131 के प्रति अपने समर्थन की ओर ध्यान आकर्षित किया। रिपब्लिकन पार्टी के कांग्रेस सदस्य ग्लेन ग्रोथमैन ने समुदाय के साथ एकजुटता व्यक्त की। कांग्रेस सदस्य रो खन्ना ने पिछले दशक में समुदाय का समर्थन बढ़ने का जिक्र किया। इस कार्यक्रम में 15 अमेरिकी राज्यों से बड़ी संख्या में हिंदू युवाओं सहित 100 से अधिक प्रतिनिधियों ने भाग लिया।

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