हरियाणा रोडवेज की बस ने टांडा में सड़क पार कर रही हथिनी को मारी टक्कर, मौत
हल्द्वानी, अमृत विचार। हरियाणा रोडवेज की बस ने टांडा में सड़क पार कर रही हथिनी को टक्कर मार दी। सूचना पर पहुंची वन टीम ने बस व चालक को हिरासत में ले लिया। देर शाम हथिनी की मौत हो गई।
हरियाणा रोडवेज की बस संख्या एचआर 55 एएच 6959 यात्रियों को लेकर हल्द्वानी आ रही थी। बुधवार की सुबह लगभग चार बजे रामपुर रोड पर बेलबाबा मंदिर के समीप बस ने सड़क पार कर रही हथिनी को टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जबदरस्त थी कि हथिनी सड़क किनारे जंगल में जा गिरी।
बाद में बस चालक कुलदीप सिंह पुत्र निर्मल सिंह निवासी फरीदाबाद ने टांडा बैरियर स्थित पुलिस चौकी में तैनात पुलिस फोर्स को घटना की जानकारी दी। साथ ही यात्रियों को अन्य बसों से हल्द्वानी रवाना किया। पुलिस ने वन विभाग को सूचना दी। सूचना पर पश्चिमी वन वृत्त संरक्षक विनय भार्गव, तराई केंद्रीय वन डिवीजन डीएफओ उमेश तिवारी, एसडीओ शशि देव व गंगा पशु चिकित्सकों के साथ मौके पर पहुंचीं। घटना में घायल हथिनी की उम्र लगभग 40 वर्ष बताई जा रही है। हादसे में हथिनी की पैर व पीठ पर चोटें आई हैं जिनका पशु चिकित्सक डॉ. राहुल सती व डॉ. तरुण गर्ग ने उपचार शुरू किया लेकिन उसकी हालत बिगड़ती चली गई।
देर सायं हथिनी ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। बाद में वन विभाग ने हथिनी का कानूनी कार्रवाई के बाद अंतिम संस्कार कर दिया। इधर, वन विभाग ने बस को सीज कर दिया और चालक को हिरासत में लिया। बाद में चालक के खिलाफ वन्यजीव संरक्षण अधिनियम में मुकदमा दर्ज किया गया। बाद में चालक के बयान दर्ज करने के बाद निजी मुचलके पर चालक व बस को रिलीज कर दिया गया।
ब्रेक लगाया लेकिन नहीं रुकी बस, हथिनी से जा भिड़ी
बस में बैठे यात्रियों के अनुसार सुबह चार बजे के आसपास बस खासी स्पीड में रही होगी। अचानक सामने हाथी देखकर चालक ने बहुत तेजी से ब्रेक दबाए जिससे बस कुछ दूरी तक घसीटती गई लेकिन फिर भी नहीं रुकी और हथिनी से जा टकराई। अचानक ब्रेक लगाने से एक-दो यात्रियों को मामूली चोटिल हुए। हालांकि यदि बस वन विभाग के संकेतक व चेतावनी बोर्ड के निर्देशों के अनुसार ओवर स्पीड नहीं होती तो यह हादसा नहीं होता।
रामपुर रोड पर बेल बाबा के समीप हरियाणा रोडवेज की बस ने सड़क पार कर रही हथिनी को टक्कर मार दी। देर सायं हथिनी की मौत हो गई है। चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। निजी मुचलके पर सीज बस व चालक को छोड़ा है।
= उमेश चंद्र तिवारी, डीएफओ तराई केंद्रीय वन डिवीजन