Bahraich News : जेल में बंद किसानों को रिहा करे सरकार, सात सूत्रीय मांगों को लेकर किसानों का प्रदर्शन

Amrit Vichar Network
Published By Vinay Shukla
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 बहराइच, अमृत विचार। नवाबगंज थाना परिसर में बुधवार को किसानों ने अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन किया है। इस दौरान जेल में बंद किसानों को छोड़े जाने, किसान आयोग का गठन करने समेत अन्य मांगों को लेकर भी किसानों ने आवाज बुलंद की है। इसके बाद प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को संबोधित सात सूत्रीय मांगों का ज्ञापन एसडीएम को सौंपा है।

भारतीय किसान यूनियन भानू  गुट के जिलाध्यक्ष के नेतृत्व में विभिन्न मांगों को लेकर बुधवार को किसान एकत्रित हुए। ज्ञापन में बताया गया है कि भारतीय किसान यूनियन भानू संगठन की पहचान एक राष्ट्रवादी विचारधारा के रूप में है। संगठन राष्ट्रीय हित के मुद्दों पर लगातार भाजपा को 2014 से लोकसभा और विधानसभा चुनाव में समर्थन देता आ रहा है।

साल 2022 के विधानसभा चुनाव में भी संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ठाकुर भानु प्रताप सिंह  के नेतृत्व में संगठन द्वारा खुला समर्थन भाजपा को दिया गया था‌। इसके पीछे की वजह पिछली सरकारों का संगठन द्वारा की जा रही मांगों पर कोई ध्यान नहीं देना था। वहीं भाजपा सरकार से आशा था कि किसानों की मांगों को पूरा कर दिया जाएगा, लेकिन वह भी नहीं हो सका। 

गौतमबुद्ध नगर में किसानों द्वारा अपनी जायज मांगों को लेकर आंदोलन किया जा रहा था, लेकिन उनकी समस्या का समाधान न होने पर किसान कार्यकर्ता दिल्ली कूच कर रहे थे। जिन्हें प्रशासन द्वारा जबरन बर्बरता पूर्ण कार्रवाई की गई और गिरफ्तार कर जेल में बंद कर दिया गया, गिरफ्तार किसानों को रिहा किया जाए।

ज्ञापन में यह भी कहा गया है कि पुलिस सेवा में पुलिसकर्मियों को ऑन ड्यूटी शहीद होने पर उनके परिजनों को दो करोड़ रुपया जीवन यापन के लिए दिया जाए। इसी तरह वायु सेना,थल सेना, नौसेना, सीआरपीएफ, बीएसएफ, व अन्य अर्धसैनिक बल के शहीद होने पर उनके परिजनों को 5 करोड़ रुपया जीवन यापन भत्ता दिया जाए। लोकतंत्र के चौथे स्तंभ मीडिया कर्मियों को समाचार संकलन के दौरान शहीद होने पर उनके परिजनों को 4 करोड़ रुपया दिया जाए। संपूर्ण देश के सभी किसानों की बिजली सिंचाई के लिए पूर्ण रूप से माफ किया जाए ।

ज्ञापन में यह भी कहा गया है कि भारतीय किसान यूनियन भानू के राष्ट्रीय अध्यक्ष  ठाकुर भानु प्रताप सिंह के आह्वान पर जनपद बहराइच से जिलाध्यक्ष पती राम चौधरी के नेतृत्व में कार्यकर्ता पीड़ित किसानों के समर्थन में जाना चाहते थे लेकिन  प्रशासन ने उन्हें जबरन हाउस अरेस्ट कर दिया गया।

प्रदर्शन के दौरान संगठन के पदाधिकारी मोहम्मद शईद खान, कृष्ण कुमार साहू, दाधीच श्रीवास्तव, लल्लन प्रसाद फौजी, मोहम्मद रफी, छेदीराम आर्य, प्रेम सागर, अमेरिका प्रसाद साहू, दीपक कुमार पांडे, इंद्रजीत वर्मा, सिपाही लाल वर्मा, सरोज कुमारी, ओमप्रकाश वर्मा,हासमा बेगम, साबिर अली, रामू गुप्ता, विनीत शुक्ला, सुरेश कुमार वर्मा, गोली खान, मैंकू लाल यादव, कमलेश कुमार सोनकर, शिवराम यादव का मैकू लाल कासिम खान रामसागर मिश्रा आदि सैकड़ो कार्यकर्ता मौजूद रहे।

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