अमेठी: करंट लगने से फैक्ट्री कर्मचारी की मौत, 12 घंटे तक छुपाई गई घटना, परिजनों का हंगामा
जगदीशपुर (अमेठी), अमृत विचार। औद्योगिक क्षेत्र स्थित एक निजी फैक्ट्री में रविवार को करंट लगने से एक श्रमिक की दर्दनाक मौत हो गई। मृतक की पहचान इन्हौना क्षेत्र के चिलौली गांव निवासी रमन तिवारी (35) पुत्र स्व. सुरेश तिवारी के रूप में हुई है, जो फैक्ट्री में जूनियर सुपरवाइजर के पद पर कार्यरत थे। हैरानी की बात यह रही कि फैक्ट्री प्रबंधन ने इस घटना की सूचना परिजनों को 12 घंटे तक नहीं दी।
परिजनों के मुताबिक, रमन सुबह 7 बजे ड्यूटी पर गए थे। दोपहर से ही पत्नी उन्हें फोन कर रही थीं, लेकिन संपर्क नहीं हो पाया। शाम तक जब वे घर नहीं लौटे, तो परिजन चिंतित हो गए और रात करीब 11 बजे फैक्ट्री पहुंचे। काफी पूछताछ के बाद भी जब प्रबंधन और गार्डों से कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला, तो परिजन जबरन फैक्ट्री परिसर में घुसे। छत पर रमन का झुलसा हुआ शव अचेत अवस्था में पड़ा मिला। आनन-फानन में उसे ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।

परिजनों ने फैक्ट्री प्रबंधन पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाते हुए बताया कि रमन का कार्य इलेक्ट्रिकल से जुड़ा नहीं था। उनका काम वाइपर काला करने का था, फिर भी उन्हें बिना किसी सुरक्षा उपकरण के बिजली सुधारने के लिए भेजा गया। मृतक के भाई रोहित तिवारी ने कहा कि रमन पिछले 15 वर्षों से फैक्ट्री में कार्यरत थे।
रमन की मौत की खबर सुनकर पत्नी सदमे में है, वहीं मां कमलेश तिवारी का रो-रोकर बुरा हाल है। परिवार में कोहराम मच गया है। रमन दो बच्चों के पिता थे-एक बेटा 14 साल का और दूसरा मात्र 3 साल का है। वह पांच भाइयों में दूसरे नंबर पर थे।
प्रबंधन की चुप्पी से परिजन नाराज़, कार्रवाई की मांग
रात को जब परिजनों को रमन की मौत की जानकारी मिली तो उन्होंने कंपनी प्रबंधन से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। इससे नाराज़ परिजनों ने फैक्ट्री गेट पर हंगामा कर दिया और प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग की। साथ ही मृतक आश्रित को उचित मुआवजा देने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया।
पुलिस ने शुरू की जांच
कमरौली थाना प्रभारी अभिनेष कुमार ने बताया कि घटना की जांच की जा रही है। तहरीर मिलने पर मुकदमा दर्ज किया जाएगा और परिजनों को न्याय दिलाने के लिए हरसंभव प्रयास किया जाएगा।
