Elon Musk: क्या अमेरिका में खत्म हो जाएगा टू पार्टी सिस्टम? मस्क की पोस्ट ने मचाई हलचल, ट्रंप से बनी टकराव की स्थिति

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Published By Muskan Dixit
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वाशिंगटनः अमेरिकी स्वतंत्रता दिवस यानी की 4 जुलाई 2025 को अरबपति उद्यमी एलन मस्क ने अमेरिकी राजनीति में एक नया मोड़ लाने का संकेत दिया। उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक सर्वेक्षण शुरू कर पूछा, "क्या हमें 'अमेरिका पार्टी' नाम से एक नई राजनीतिक पार्टी बनानी चाहिए?" मस्क के सुझाव ने राजनीतिक गलियारों में बहस छेड़ दी।

एक यूजर ने मस्क के इस विचार की तुलना उनकी कंपनियों टेस्ला और स्पेसएक्स से करते हुए टिप्पणी की कि तीसरी पार्टी बनाना जोखिम भरा हो सकता है, लेकिन अगर यह सफल हुआ तो यह अमेरिकी राजनीति को पूरी तरह बदल सकता है। मस्क ने इस टिप्पणी का सकारात्मक जवाब देते हुए संकेत दिया कि वह केवल विचार ही नहीं, बल्कि इस दिशा में ठोस कदम भी उठा सकते हैं।

मस्क का यह विचार इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि अमेरिका में तीसरी राजनीतिक पार्टियों का प्रभाव हमेशा सीमित रहा है। मस्क का प्रभावशाली व्यक्तित्व, उनकी ब्रांड वैल्यू और टेक समुदाय के साथ-साथ स्वतंत्र मतदाताओं में उनकी मजबूत पकड़ उन्हें एक अलग पहचान देती है। इस पूरे घटनाक्रम की पृष्ठभूमि में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का नया प्रस्तावित कानून, जिसे उन्होंने "वन बिग ब्यूटीफुल बिल" नाम दिया है, माना जा रहा है। इस बिल में प्रवासी निर्वासन के लिए भारी-भरकम बजट का प्रावधान है, जिसके कारण अगले दस सालों में सरकारी खर्च के चलते 3.3 ट्रिलियन डॉलर का नुकसान हो सकता है। इस मुद्दे पर मस्क और ट्रंप के बीच तीखी असहमति उभर कर सामने आई है। इसके परिणाम यह रहा की मस्क ने डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी यानी की DOGE के प्रमुख के पद से इस्तीफा दे दिया है।

ट्रंप और मस्क के बीच तनातनी 
 
मस्क ने ट्रंप के "वन बिग ब्यूटीफुल बिल" की भी खुलकर आलोचना की थी। उन्होंने कहा था कि यह कानून राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था के लिए काफी हानिकारक हो सकता है, क्योंकि यह सरकारी खर्चों को बढ़ाएगा और अक्षमता को भी प्रोत्साहन देगा। साथ ही, इसका टेक कंपनियों और स्टार्टअप्स पर नकारात्मक असर पड़ सकता है। जवाब में, राष्ट्रपति ट्रंप ने मस्क को कड़ी चेतावनी दी। उन्होंने मस्क की कंपनियों को मिलने वाली सरकारी सब्सिडी रद्द करने और उनकी आव्रजन स्थिति की जांच करने की धमकी दी। 

यह टकराव न केवल मस्क और ट्रंप के बीच वैचारिक मतभेद को दर्शाता है, बल्कि अमेरिकी राजनीति में एक नए युग की शुरुआत का संकेत भी हो सकता है।

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