मोदी सरकार के कार्यकाल में औसत मुद्रास्फीति 5.1 प्रतिशत, UPA में यह 8.1 प्रतिशत थी: भाजपा

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Published By Deepak Mishra
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नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने नरेन्द्र मोदी नीत सरकार के महंगाई से निपटने के तरीके की मंगलवार को सराहना की। खुदरा मुद्रास्फीति जून में घटकर छह साल के निचले स्तर 2.1 प्रतिशत पर आने के बाद पार्टी ने यह बात कही। 

पार्टी के अनुसार, भाजपा नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के शासन में औसत मुद्रास्फीति 5.1 प्रतिशत रही है, जबकि कांग्रेस नीत संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार में यह औसत 8.1 प्रतिशत रही थी। 

भाजपा के सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) विभाग के प्रमुख अमित मालवीय ने कहा कि जनवरी 2012 से अप्रैल 2014 के बीच जब संप्रग सत्ता में था तब खुदरा मुद्रास्फीति 28 महीनों में से 22 महीनों में नौ प्रतिशत से अधिक रही। 

उन्होंने कहा कि यहां तक कि कई बार यह दोहरे अंकों में भी पहुंच गई थी। मालवीय ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘ इसके विपरीत मोदी सरकार ने खुदरा मुद्रास्फीति को अधिकतर पांच प्रतिशत से नीचे बनाए रखा और इसे कभी आठ प्रतिशत से ऊपर नहीं जाने दिया।’’ 

उन्होंने कहा कि संप्रग के अंतिम तीन साल के कार्यकाल में भारत औसतन 9.8 प्रतिशत की खुदरा मुद्रास्फीति से जूझ रहा था। यह इस लिहाज से और खराब थी कि उस समय वैश्विक मुद्रास्फीति अपेक्षाकृत स्थिर तथा चार से पांच प्रतिशत के बीच थी। 
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) ने सोमवार को बयान में कहा कि सब्जियों, दालों, मांस और दूध सहित खाद्य पदार्थों की कीमतों में नरमी से खुदरा महंगाई दर जून में घटकर छह साल से भी अधिक के निचले स्तर 2.1 प्रतिशत पर आ गई है। उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति (सीपीआई) मई में 2.82 प्रतिशत और जून 2024 में 5.08 प्रतिशत के स्तर पर थी। 

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