बाराबंकी : पीजीआई में नौकरी दिलाने के नाम पर महिला से 88 हजार ठगे, सदमे में पीड़िता
कोठी/बाराबंकी, अमृत विचार। स्वास्थ्य विभाग में नौकरी दिलाने के नाम पर एक महिला से 88 हजार रुपये ठग लिए गए। जेवर गिरवी रख व उधार लेकर दिए गए रुपये ठगे जाने से पीड़िता सदमे में है। मामले की शिकायत राष्ट्रपति, पीएम तक की गई है। फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।
जानकारी के अनुसार थाना क्षेत्र के ग्राम पुरे कारिक की प्रियंका वर्मा पत्नी निर्मल वर्मा ने एसपी से की गई शिकायत में बताया कि वह एमएम कोर्स प्रशिक्षित है। उनकी मुलाकात सौरभ मिश्रा व उनके पिता बद्री विशाल मिश्रा निवासी हैदरगढ़ से हुई। दोनों ने अपने स्वास्थ्य विभाग में "सेटिंग" होने का झांसा देकर उन्हें पीजीआई में नौकरी दिलाने का वादा किया।
आरोप है कि उसे विश्वास में लेकर 88,000 रुपये ऑनलाइन ले लिए गए। जब उन्हे संदेह हुआ तो हैदरगढ़ जाकर पता किया, पता चला कि ये दोनों व्यक्ति पहले भी कई लोगों से इसी तरह ठगी कर चुके हैं। प्रियंका ने बताया कि यह रकम जेवर गिरवी रखकर और उधार लेकर दी थी, लेकिन धोखा होने से वह गंभीर मानसिक तनाव में हैं। बताया कि वह गर्भवती हैं और न्याय न मिलने की स्थिति में कोई अप्रिय कदम उठाने को विवश हो सकती हैं। पीड़िता की शिकायत पर एसपी के निर्देश के बाद आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है।
कुवैत भेजने के नाम पर युवक से ठगी
सफदरगंज: ग्राम सआदतगंज निवासी मो० सलमान ने पुलिस को बताया कि मो० वकील पुत्र उस्मान निवासी दुर्जनपुर पट्टी थाना सफदरगंज ने उसे कुवैत में नौकरी दिलाने के बहाने कुल एक लाख रुपये की मांग की थी। सलमान ने वकील द्वारा बताए अनुसार 30 हजार रुपये ऑनलाइन शबनूर खातून के खाते में जमा किए। साथ ही अन्य कागज व दस्तावेज बनवाने में 4 हजार रुपये और खर्च हुए।
मो. वकील ने 45 दिन के अंदर कुवैत भेजने और टिकट से पहले शेष 70 हजार रुपये देने का समझौता किया था लेकिन निर्धारित समय बीत जाने के बावजूद युवक को न नौकरी मिली और न ही पैसा वापस किया गया। सलमान के मुताबिक जब वह 25 अक्टूबर को अपना पैसा वापस लेने आरोपी के घर पहुंचा तो वकील की पत्नी व अन्य साथियों ने उसे धमकाया।
