Lucknow News: चायनीज मांझा बन रहा जानलेवा...खतरे में पड़ी जिंदगी
लखनऊ, अमृत विचारः पतंगबाजी में चायनीज माझे का प्रयोग लोगों की जिंदगी के लिए खतरा बन रहा है। इस मांझे की चपेट में आकर कई लोग गंभीर रूप से घायल हो चुके हैं। प्रशासन की ओर से चायनीज मांझे की बिक्री, भंडारण, परिवहन और उपयोग पर प्रतिबंध है, लेकिन इस पर सख्ती से पालन नहीं हो रहा है। नतीजतन, शहर में मांझे से घायल होने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है।
बाजारखाला निवासी रज्जन खान 19 अगस्त को मोतीझील नक्कास जा रहे थे। रास्ते में चायनीज मांझा उनकी गर्दन में लिपटा, जिससे गर्दन की नस काट दी। स्थानीय लोगों ने उन्हें ट्रामा सेंटर भिजवाया, जहां दो महीने तक इलाज चला। इसी तरह 30 सितंबर को हैदरगंज से चौक की ओर बाइक से जाते समय हुसैनाबाद निवासी आसिम मार्शल की गर्दन में भी चायनीज मांझा फंस गया था। वह बाइक से गिर पड़े थे। गंभीर हालत में उन्हें ट्रामा सेंटर ले जाया गया, जहां कई दिनों तक इलाज चला। 25 अक्टूबर को मवैया से जाते समय आलमबाग निवासी अनुपमा की गर्दन में चायनीज मांझा लग गया। इससे वह गंभीर रूप से घायल हो गईं थीं। केजीएमयू में कई दिन उनका इलाज चला।
