गंगा एक्सप्रेस वे हादसा : जिंदा बचे रोहित की सीट बेल्ट से बची थी जान...मरने वाले छह लोगों ने लगाई होती तो शायद बच जाते
संभल, अमृत विचार। गंगा एक्सप्रेस-वे पर हुए भीषण सड़क हादसे में जहां कार में सवार छह लोगों की मौत हो गई वहीं कार चला रहे रोहित की जान इसलिए बच गई क्योंकि उसने सीट बेल्ट लगा रखी थी। कार में आठ लोग सवार थे और केवल रोहित व उसका एक बेटा ही जिंदा बचे हैं। रोहित कहता है- मेरे बच्चे, बहन-भांजा सब चले गए। सिर्फ मैंने सीट बेल्ट लगा रखी थी। पास की सीट पर बैठे बच्चों ने भी सीट बेल्ट लगाई होती तो संभवत: उनकी जान न जाती।
27 नवंबर की शाम गंगा एक्सप्रेस-वे पर गांव रसूलपुर धतरा गांव के निकट अल्टो कार और पिकअप की आमने-सामने से भिड़ंत में कार में सवार बिसारू गांव निवासी रोहित की पत्नी,बेटा,बेटी, बहन व भांजे सहित छह लोगों की मौत हो गई थी। केवल रोहित व उसका एक बेटा जय ही जीवित बचे थे। कार चला रहे रोहित ने ही सीट बेल्ट लगाई थी। इसी वजह से टक्कर के समय सिर्फ ड्राइवर साइड का एयरबैग खुला और उसने रोहित की जान बचा ली।
रोहित ने बताया कि सामने से आ रही पिकअप की केवल एक ही हेडलाइट जल रही थी। उसे लगा कि सामने से कोई बाइक आ रही है। पिकअप की रफ्तार बहुत तेजथी। तेज आवाज के साथ टक्कर हुई तो वह बेहोश हो गया। इसके बाद नहीं पता कि क्या हुआ। कुछ देर बाद जब होश आया तो लोग उसे कार से बाहर निकालने का प्रयास कर रहे थे। रोहित कहता है कि जल्द घर पहुंचने के लिए गंगा एक्सप्रेस वे पर सफर की इतनी बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी इसका उसे एहसास नहीं था। हादसे ने उसका परिवार खत्म कर दिया।
