लखनऊ में प्रख्यात अभिनेता विनय श्रीवास्तव का निधन, 6 दशक और 75 से ज्यादा नाटकों का मंचन
लखनऊ, अमृत विचार: फ़िल्म, दूरदर्शन और रंगमंच के सुपरिचित कलाकार विनय श्रीवास्तव का श्वास संबंधी बीमारी की वजह से आज लखनऊ में निधन हो गया। 76 वर्षीय विनय श्रीवास्तव ने अपनी जिंदगी के 6 दशक रंगमंच को दे दिये। हिट और सुपरहिट काम करने वाले विनय श्रीवास्तव निजी जिंदगी को सादगी से गुजारते थे। वो सभी के दोस्त थे, उनके न रहने पर हर कोई दुखी है।
वह काफी समय से सांस की बीमारी से जूझ रहे थे। 5 दिसम्बर को अचानक उनकी दिक्कत बढ़ गई, डॉक्टरों ने कोशिश की लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका। भैंसकुण्ड में 6 दिसम्बर दोपहर 12:30 बजे उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
6 अगस्त 1949 को लखनऊ में जन्मे विनय श्रीवास्तव ने 5 दिसम्बर 2025 को दुनिया को अलविदा कह दिया। 76 वर्ष की जीवन में उनके पीछे 60 वर्षो का लंबा रंगकर्म का इतिहास जुड़ा है, जिसमें रेडियो नाटक, दूरदर्शन के लिए नाटक, रंगमंच से जुड़े तकरीबन 150 नाटकों में उन्होंने काम किया और 30 नाटकों का निर्देशन किया।
कुछ वर्ष पूर्व उनके निर्देशन में मंचित नाटक माधवी बहुत चर्चित रहा था। भीष्म साहनी के उपन्यास पर आधारित इस नाटक का मंचन अपने आप में एक चुनौती था। इसके अलावा उन्होंने मिस अहलूवालिया, देश हुवा बेगाना, रक्त बीज, बेगम हज़रत महल, पीतल का टुकड़ा, भारत एक खोज, तमस आदि नाटकों और धारावाहिकों में हर तरीके के किरदार निभाए।
उन्होंने कई फिल्मों में भी काम किया जिसमें मैं चुप नहीं रहूंगी, मुल्क, राज़ी आदि थी। अभिनय की हर विधा में उन्होंने काम किया। फिर भी अपनी लंबी चौड़ी कद काठी और भारी भरकम आवाज के कारण वह अधिकतर पुलिस अधिकारी की भूमिका और खलनायक की भूमिका में नजर आते थे।
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सोर्स : कार्यालय संवाददाता
