कानपुर: कलश यात्रा में भजनों पर झूम उठे श्रद्धालु, बोले शंकराचार्य- स्वदेशी अपनाएं और बेटियों को सशक्त बनाएं

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Published By Deepak Mishra
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कानपुर। शकुंतला शक्ति पीठ उद्यान विहार विकास नगर में आयोजित लक्ष्मी नारायण महायज्ञ के प्रथम दिन कलश यात्रा निकाली गई। इसमें काशी सुमेरु पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी नरेंद्रानंद सरस्वती महाराज भी उपस्थित रहे। उन्होंने श्रद्धालुओं को धर्म के मार्ग पर चलने की सीख दी। पीठ के पीठाधीश्वर आचार्य अमरेश मिश्र, डॉ. शकुंतला मिश्र ने उनका पूजन किया।

काशी सुमेरु पीठाधीश्वर ने स्वदेशी अपनाने की अपील की। कहा कि आज जब हम अमेरिका के प्रोडक्ट खरीदते हैं तो जो धन अमेरिका के पास जाता है उसका बड़ा भाग पाकिस्तान के पास आर्थिक के नाम पर आता है। वही धन पाकिस्तान हमारे नागरिकों का खून बहाने के लिए उपयोग करता है। इसके लिए वह आतंकवादी भेजता है। हमें संकल्प लेना चाहिए कि हम अपने भारत में बने उत्पादों का उपयोग करेंगे ताकि भारत का धन भारत में ही रहे। भारत में टैक्स अधिक है इसलिए उत्पाद महंगे हैं पर हमें उसका उपयोग करना है।

उन्होंने कहा कि हमें अपनी संतान को गुरुकुल में शिक्षा दिलानी चाहिए ताकि वह हमारी संस्कृति और सभ्यता को जानें और उसी के अनुरूप आचरण करें। जेएनयू जैसे कॉलेजों में नहीं जहां पर भारत तेरे टुकेड़े होंगे का नारा लगता हो। उन्होंने बेटियों को संस्कारित बनाने पर बल दिया और अप्रत्यक्ष रूप से लव जिहाद पर भी प्रहार किया।

कहा कि बेटियों को के हाथ में अगर हम किताब के साथ ही सब्जी काटने के लिए चाकू देंगे तो फिर उन्हें कोई टुकड़े- टुकड़े करके बाक्स में नहीं भर पाएगा। यज्ञ हमारी आस्था है और आत्मा भी। असंगठित समाज को एकसूत्र में जोड़ने का कोई माध्यम है तो वह यज्ञ है। जबकि कांन्वेंट में पढ़े लोग इसे पाखंड कहते हैं।

महाराज श्री ने यज्ञ की महत्ता बताते हुए कहा कि यज्ञ के द्वारा ही मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम का जन्म हुआ। प्रत्येक व्यक्ति को यज्ञ करना चाहिए। जब अयोध्या में महाराज दशरथ ने एक पुत्र के लिए यज्ञ कराया तो एक के साथ चार पुत्र का जन्म हुआ। यज्ञ करने वाले मनुष्य की कामनाएं पूरी होती हैं इसमें किसी तरह का संशय नहीं है। यज्ञ से जो चाहेंगे वह आप प्राप्त कर सकते हैं।

इस अवसर पर गंगा प्रहरी पं. रामजी त्रिपाठी,  स्वामी जितेंद्रिया, स्वामी अरुणपुरी चैतन्य, स्वामी उदितानंद ब्रह्मचारी, पनकी मंदिर के महंत स्वामी श्रीकृष्ण दास, पूर्व महापौर कैप्टन जगतवीर सिंह द्रोण, युग दधीचि देहदान अभियान के प्रमुख मनोज सेंगर, माधवी सेंगर ने कलश यात्रा में प्रतिभाग किया। इस दौरान श्रद्धालु प्रभु आपकी कृपा से मेरा सब काम हो रहा है करते हो आप कान्हा मेरा नाम हो रहा है…., राधे राधे बोले रे मन राधे राधे बोल… भजन पर झूम उठे।

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