सचेंडी में फैक्ट्री कर्मचारी की करंट से मौत, परिजनों ने लापरवाही का आरोप लगाकर किया हंगामा
कानपुर, अमृत विचार। सचेंडी में पेपर मील में करंट से कर्मचारी गंभीर रूप से झुलस गया। साथी कर्मचारियों ने युवक को अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। बिजली का तार कटा होने के कारण युवक को करंट लगा। परिजनों ने लापरवाही का आरोप लगाकर देर रात फैक्ट्री गेट पर शव रखकर हंगामा किया। सूचना पर पुलिस ने लाठियां पटककर कर्मचारियों को खदेड़ा। परिजनों को शांत कराकर शव पोस्टमार्टम भिजवाया। एकलौते बेटे की मौत पर परिजनों में कोहराम मचा है।
मूलरूप से फर्रुखाबाद के मेरापुर हमीरखेड़ा निवासी रतीराम प्रजापति का 20 वर्षीय बेटा रंजीत कुमार बीती एक दिसंबर को ही काम की तलाश में चाचा आसाराम व चचेरा भाई राम लखन के साथ कानपुर आया था। उसने भौंती स्थित हरिओम पेपर मील में काम शुरू किया। ठेकेदार प्रवीण शर्मा उससे बॉयलर का काम करा रहा था। परिजनों के अनुसार सोमवार शाम पांच बजे काम के दौरान बिजली का तार कटा होने के कारण रंजीत को करंट लग गया। जिससे वह झुलसकर तड़पने लगा। यह देख साथी कर्मचारी पहुंचे और मैनेजर को घटना की जानकारी दी।
रंजीत को तत्काल समीप के अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद परिजन शव लेकर फैक्ट्री पहुंचे और लापरवाही का आरोप लगाकर फैक्ट्री गेट पर शव रखकर हंगामा करना शुरू कर दिया। मुआवजे की मांग की। सूचना पर पहुंची सचेंडी पुलिस ने कर्मचारियों को हो-हल्ला करता देखकर लाठियां पटककर खदेड़ा और परिजनों को समझकर शव पोस्टमार्टम भेजा।
चचेरे भाई सुबोध ने बताया कि रंजीत परिवार में एकलौता था। उसकी मां नहीं है और अभी आठ माह पहले ही रंजीत की शादी हुई थी। जिम्मेदारी बढ़ने पर काम की तलाश में परिजनों के साथ आठ दिन पहले ही कानपुर आया था। सुबोध ने आरोप लगाया कि फैक्ट्री मैनेजर ने पुलिस बुलाकर लाठी चार्ज कराई है। उनके रिश्तेदार आशीष को पुलिस ने जमकर पीटा है।
शव देखकर पिता हुआ बेसुध
रंजीत की मां की कई साल पहले मौत हो गई थी। पिता रतीराम ने उसे किसी तरह पाला है। आठ माह पहले ही बेटे की शादी की थी। एकलौते बेटे का शव देखकर फफक पड़े, बोले आठ पहले ही नौकरी करने आया था। अगर पता होता तो वहीं मेहनत मजदूरी करते, लेकिन बेटे को फैक्ट्री में काम के लिए न भेजते। एक सप्ताह में ही हमारा घर-परिवार उजड़ गया।
