Moradabad: प्रभु यीशु ने लिया जन्म, गूंजा मेरी क्रिसमस, लोगों ने मनाया उत्सव

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Published By Monis Khan
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मुरादाबाद,अमृत विचार। क्रिसमस का पर्व बुधवार रात महानगर में पारंपरिक उल्लास से मनाया गया। जैसे ही रात घड़ी में 12 बजे, शहर के गिरजाघरों में प्रभु यीशु मसीह के जन्म का संदेश गूंज उठा। चर्चों में एक साथ केक काटे गए, विशेष प्रार्थनाएं हुईं और प्रभु यीशु का गुणगान किया गया। मेरी क्रिसमस की गूंज रही।

रात 12 बजे से पहले ही मसीह समाज के लोग परिवार और मित्रों के साथ चर्चों में एकत्र होने लगे थे। मोमबत्तियों की रोशनी, कैरल्स गीतों की मधुर धुन और प्रार्थनाओं के बीच प्रभु यीशु के जन्म का संदेश सुनाया गया। पादरियों ने अपने संदेश में प्रेम, शांति, भाईचारे और सेवा की भावना को अपनाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि प्रभु यीशु का जीवन मानवता को प्रेम और त्याग का मार्ग दिखाता है, जिसे आज के समय में अपनाने की सबसे ज्यादा जरूरत है। चर्चों के अंदर आकर्षक सजावट की गई थी। क्रिसमस ट्री, सितारे, रंग-बिरंगी झालरें और प्रभु यीशु की जन्म-झांकी लोगों के आकर्षण का केंद्र बनी रहीं। बच्चे सांता क्लॉज की टोपी और ड्रेस पहनकर चर्च पहुंचे, जिससे माहौल और भी खुशनुमा हो गया।

दिन ढलते ही चर्च सतरंगी रोशनी में नहाए नजर आए। रोशनी से जगमगाते चर्च दूर से ही लोगों को अपनी ओर आकर्षित करते रहे। पीलीकोठी स्थित फिलिप मेमोरियल मेथोडिस्ट गिरिजा घर में रात नौ बजे से प्रभु यीशु मसीह की आराधना के लिए ईसाई समाज के लोग जुटने शुरू हो गए। 10 बजे से बाइबिल पाठ पादरी ब्रजेश मैंसल ने सुनाया। उन्होंने कहा कि प्रभु यीशु ने समाज के उत्थान के लिए दबे कुचले लोगों का उद्धार किया। सेंट एंथोनी चर्च में भी रात आठ बजे से क्रिसमस पर्व की धूम शुरू हो गई। इस दौरान बाइबिल का पाठ गिरिजाघर में सुनने के लिए लोगों की भीड़ रही। यहां भी बधाई गीत बच्चों और बड़ों ने प्रस्तुत किए। यहां आकर्षक ढंग से सजी चरनी की झांकी के दर्शन भी किए। प्रभु यीशु मसीह द्वारा समाज के लिए गए कार्यों को बताया गया। टाउनहाल स्थित ओल्ड मेथोडिस्ट गिरिजाघर में रात दस बजे से कार्यक्रम शुरू हो गए। पादरी देविड जेम्स ने प्रार्थना कराई। युवाओं की टोली ने बधाई गीत प्रस्तुत किए। सेंटपाल, दांग, द साल्वेशन आर्मी गिरिजा घर में भी क्रिसमस पर्व पर विशेष आराधना हुई।

यीशु मसीह की झांकी आकर्षण का केंद्र
मेथोडिस्ट चर्च में प्रभु यीशु से जुड़ी झांकियां आकर्षण का केंद्र रहीं। राहगीरों की इस झांकी पर नजर पड़ती है तो वह रुककर इसे निहारते हैं। चरनी में प्रभु यीशु मसीह के जन्म लेने की झांकी देख बच्चों से लेकर बुजुर्ग देख आनंदित हो रहे थे। शहर के सभी गिरिजाघरों में युवाओं की टोली ने बधाई गीत गाए।

एक-दूसरे को दी शुभकामनाएं
क्रिसमस के मौके पर लोगों ने एक-दूसरे को गले लगाकर, केक खिलाकर और शुभकामनाएं देकर पर्व की खुशियां साझा कीं। बच्चों के चेहरों पर खास उत्साह दिखाई दिया। उन्हें उपहार और चॉकलेट मिलने से खुशी दोगुनी हो गई। कई जगहों पर जरूरतमंदों के लिए भोजन और कपड़ों का वितरण भी किया गया, जिससे पर्व का संदेश और भी सशक्त होकर सामने आया।

सुरक्षा व्यवस्था रही चाक-चौबंद
शहर में सुरक्षा व्यवस्था भी चाक-चौबंद रही। चर्चों के आसपास पुलिस बल तैनात रहा, जिससे किसी को असुविधा न हो। पुलिस प्रशासन ने देर रात तक निगरानी की। यातायात व्यवस्था को भी सुचारु रखा गया।

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