Bareilly :प्लास्टिक कचरे से बनेंगी शहर की छह सड़कें, नए साल में सड़कों का निर्माण होगा शुरू

Amrit Vichar Network
Published By Monis Khan
On

बरेली, अमृत विचार। शहर में रोजाना निकलने वाले प्लास्टिक कचरे का उपयोग कर नगर निगम छह सड़कों का निर्माण कराएगा। नए साल की शुरुआत में ही सड़कों का निर्माण शुरू करने की तैयारी कर ली गई है। नेशनल क्लीन एयर प्रोग्राम (एनसीएपी) के तहत नई योजना के तहत नगर निगम को इन छह सड़कों के साथ ही अन्य विकास कार्य कराने के लिए करीब 45 करोड़ का बजट मिला है। ये सड़कें ध्वनि और वायु प्रदूषण रोकने में भी सहायक सिद्ध होंगी।

नगर निगम के एक्सईएन राजीव कुमार राठी ने बताया कि शहर से रोजाना करीब 450 टन कचरा निकलता है इसमें 270 किलोग्राम तक प्लास्टिक कचरा शामिल होता है। यह सिंगल और मल्टी यूज प्लास्टिक कचरा होता है। इसमें तीन फीसदी प्लास्टिक कचरा ही सड़क निर्माण के लिए उपयोगी होगा। नए साल में इन सड़कों का निर्माण कराया जाएगा।

यहां बनेगी प्लास्टिक कचरे से सड़कें
राजीव कुमार राठी के अनुसार वार्ड 67 में राजेंद्र नगर में ग्रोवर की कोठी से जिंगल बेल स्कूल होते हुए डीजेपी स्कूल तक व गुलमोहर पार्क कॉलोनी में मुख्य मार्ग तक, वार्ड 23 में इंद्रा नगर में श्री बांके बिहारी मंदिर के सामने और वुडरो स्कूल वाली गली तक, वार्ड 26 कुर्मांचल नगर में सनसिटी कॉलोनी में डी ब्लॉक में मुख्य मार्ग से लिंक गलियों में सनसिटी विस्तार वैभव ब्लॉक होते हुए नार्थ सिटी एक्सटेंशन तक, वार्ड 29 के अंतर्गत साईं धर्मकांटे से सड़क के दोनों ओर साइड पटरी व सड़क, लिमरा प्लाईवुड से जीएन सिटी कॉलोनी गेट तक और वार्ड 27 में मथुरापुर चौराहे से बंडिया मोड़ तक सड़कों का निर्माण प्लास्टिक कचरे के उपयोग से होगा।

क्यों प्रभावी है प्लास्टिक कचरे से बनी सड़कें
एक्सईएन ने बताया कि अन्य सड़कों की तुलना में प्लास्टिक कचरे के उपयोग से बनी सड़कें अधिक प्रभावी होती हैं। प्लास्टिक कचरे का इस्तेमाल सड़कों की ऊपरी परत चढ़ाने में किया जाता है। प्लास्टिक से बनाए गए ग्रेन्युल्स का उपयोग सड़क निर्माण में किया जाता है। इन सड़कों पर जलभराव की समस्या भी अधिक समय तक नहीं रहती है और टूटने का खतरा भी कम रहता है। इनके रखरखाव और मरम्मत की लागत कम होती है। पारंपरिक डामर की सड़क की तुलना में ट्रैफिक बोझ ज्यादा सह सकती हैं।

 

संबंधित समाचार